बीजिंग। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शुक्रवार को कहा कि वह कारोबरी जंग से बचने के लिए अमेरिका के साथ आरंभिक व्यापार समझौता करना चाहते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर वह जवाबी कार्रवाई करने से नहीं हिचकेंगे। अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी है कि दो वैश्विक महाशक्तियों के बीच व्यापार विवाद लंबे समय तक चलने से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला अवरूद्ध हो जाएगी, निवेश कम हो जाएगा और व्यापारिक विश्वास घटेगा। राष्ट्रपति शी ने यहां ग्रेट हॉल ऑफ चाइना में एक इंटरनेशनल फोरम के प्रतिनिधियों से कहा कि वह समता और परस्पर सम्मान के आधार पर प्रथम चरण के समझौता के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि चीन कारोबारी जंग नहीं चाहता है, लेकिन जरूरत पड़ने पर वह जवाब देने से पीछे नहीं हटेगा। हालांकि वह व्यापारिक युद्ध नहीं होने देने के लिए सक्रिय हैं। इस फोरम का आयोजन ब्लूमबर्ग के सौजन्य से किया गया। विदित हो कि इस सप्ताह वैश्विक वित्तीय बाजार ढीली रही, क्योंकि निवेशकों में यह आशंका बन गई कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ऐसे दो विधेयकों पर हस्ताक्षर करेंगे जो हांगकांग में लोकतंत्र समर्थकों के समर्थन में हैं। इस बीच चीन ने अमेरिकी वार्ताकारों को नए चक्र की आमने सामने व्यापार वार्ता करने के लिए बीजिंग बुलाया है। साथ ही उम्मीद जताई जा रही है कि अगले गुरुवार से पहले होगी। उधर अमेरिका के अधिकारियों ने व्यापार वार्ता को लेकर इच्छा तो जताई है, लेकिन तिथि के बारे में कोई प्रतिबद्धता नहीं जाहिर की है।
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