-रामविलास जांगिड़- लक्ष्मी ने अपने ‘वैश्विक धन वितरण आयोग’ कार्यालय से सभी प्रकार के देवी-देवताओं को ई-मेल किया। ई-मेल में उनसे कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्राधीन व्यक्तियों से वैश्विक धन वितरण आयोग के अंग्रेजी वर्जन ग्लोबल मनी डिस्ट्रीब्यूशन कमीशन उर्फ जीएमडीसी 2019 के पोर्टल पर जाकर चालू वित्तीय वर्ष में अमीर बनने के पात्र व्यक्तियों से ऑनलाइन आवेदन करवाएँ। आयोग की कंपनी नीति यही है। निर्धारित अवधि तक आवेदन किए जाने पर ही उनके घर की तथाकथित छत को फाड़ा जा सकेगा व नियमानुसार छप्पर फाड़ धनराशि दी जाएगी। मौके…
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विकसित देशों का मोह
-भरत झुनझुनवाला- सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन का बनाने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार की रणनीति है कि ब्याज दर में कटौती की जाए जिससे कि उपभोगक्ता के लिए ऋण लेकर खपत करना आसान हो जाए, जैसे ऋण लेकर कार खरीदने को वह उद्यत हो। अथवा न्यून ब्याज दर से प्रेरित होकर उद्यमी ऋण लेकर फैक्टरी लगाए जिससे कि रोजगार भी उत्पन्न हो और उत्पादन भी बढ़े और हमारे आर्थिक विकास को गति मिले, लेकिन उद्यमी के लिए ब्याज दर…
Read Moreमहाराष्ट्र और हरियाणा में भाजपा सरकार पर एग्जिट पोल की मुहर
-बाल मुकुंद ओझा- इलेक्ट्रॉनिक मीडिया भी आजकल चुनाव में बड़ी भूमिका निभाने लगे है। चुनावी सर्वे करने वाली विभिन्न संस्थाओं से मिलकर किये जाने वाले सर्वेक्षणों में मतदाताओं का मूड जानने का प्रयास कर सटीक आकलन किया जाता है। कई बार ये सर्वे वास्तविकता के नजदीक होते है तो कई बार फैल भी हो जाते है। लोकसभा चुनावों में खबरिया चैनलों का सर्वे काफी हद तक सही निकला है। महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव का मतदान सोमवार को शाम को 6 बजे संपन्न होते ही खबरिया चैनलों में एग्जिट पोल…
Read Moreमुफ्त बाँटने की होड क्यों एवं कब तक?
-ललित गर्ग- भारतीय राजनीति में खैरात बांटने एवं मुक्त की सुविधाओं की घोषणाएं करके मतदाताओं को ठगने एवं लुभाने की कुचेष्टाओं का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है। महाराष्ट्र एवं हरियाणा विधानसभा चुनाव के सन्दर्भ में ऐसी अतिश्योक्तिपूर्ण घोषणाओं को हमने देखा एवं आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव को देखते हुए अरविन्द केजरीवाल ऐसी ही घोषणाओं की झड़ी लगा रहे हैं। लोकतंत्र में इस तरह की बेतूकी एवं अतिश्योक्तिपूर्ण घोषणाएं एवं आश्वासन राजनीति को दूषित करते हैं, जो न केवल घातक है बल्कि एक बड़ी विसंगति का द्योतक हैं। किसी भी…
Read Moreभुखमरी से संघर्ष करता भारत
-रमेश सर्राफ धमोरा- भारत जैसे देश में जहां अन्न को भगवान माना जाता है। अन्न को बर्बाद करना या खाना खाते वक्त भोजन को जूठा छोडऩा गलत माना जाता है। उस देश को भुखमरी के मामले में पूरी दुनिया के सामने शर्मिंदगी उठानी पड़े यह बड़े दुख की बात है। 21 सदी में भी आज वैश्विक आबादी का एक बड़ा हिस्सा भुखमरी का शिकार है। अगर भुखमरी की इस समस्या को भारत के संदर्भ में देखे तो भुखमरी पर जारी रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के सर्वाधिक भुखमरी से पीडि़त देशों…
Read Moreगरीबी की कब्र पर अमीरी
-नवेंदु उन्मेष- गरीबी की कब्र पर ही अमीरी की मीनार खड़ी होती है। अगर दुनिया से गरीबी खत्म हो जाए तो अमीरी की मीनार भी ढह जाएगी। फिर न गरीबों के लिए कोई सरकारी योजना होगी और न अमीरी की मीनार खड़ी होगी। न तो किसी को गरीबों के नाम पर नोबेल पुरस्कार मिलेगा और न कोई धरना होगा और न कोई प्रदर्शन होगा। यहां तक कि मुआवजा के लिए सड़क जाम करने वालों से भी लोगों को निजात मिल जाएगी। मेरी पत्नी कल मुझसे कह रहीं थी कि तुम…
Read Moreनिवेश में भारत के मौके
-डा. जयंतीलाल भंडारी- इन दिनों पूरी दुनिया के अर्थविशेषज्ञ यह टिप्पणी करते हुए दिखाई दे रहे हैं कि चीन से बड़े पैमाने पर जो कारोबार दूसरे देशों में स्थानांतरित हो रहा है, उसका बड़ा हिस्सा भारत अपनी मुट्ठियों में ले सकता है। ऐसी कामयाबी के लिए जरूरी होगा कि भारत लाजिस्टिक्स की सुविधाएं मानवीय कौशल शक्ति और अन्य पूरक बुनियादी ढांचे की क्षमता अपेक्षा के अनुरूप बढ़ाए। पिछले दिनों 12 अक्तूबर को चीन के प्रमुख अखबार ग्लोबल टाइम्स ने विशेष आलेख में कहा है कि इस समय जब चीन से…
Read Moreनशे के विरुद्ध हो निर्णायक जंग
-अनुज कुमार आचार्य- हिमाचल प्रदेश की मनोरम वादियां, स्वच्छ जलवायु और नैसर्गिक सुंदरता जहां स्वास्थ्य के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ है वहीं इसके उलट प्रदेश में बढ़ते नशे का प्रचलन हमारी युवा पीढ़ी को दिनोंदिन शारीरिक रूप से खोखला कर रहा है। हिमाचल में आज 27 प्रतिशत युवा किसी न किसी नशे की चपेट में हैं और उनमें नशे के प्रति आकर्षण दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। वहीं, इस धंधे से जुड़े तथा मोटी चांदी कूट रहे नशीले पदार्थों के कारोबारियों के हौसले बुलंद हैं। प्रदेश में 2017 की अवधि में 3…
Read Moreहंगर इंडेक्स में भारत की रैंकिंग
-डॉ. अजय खेमरिया- इस बार ग्लोबल हंगर इंडेक्स के कुल 117 देशों में हमारा नम्बर 102वां रहा है। पाकिस्तान हमसे उपर है। यह दो ऐसे तथ्य हैं जिन पर हमें भावनाओं से ऊपर उठकर समझने का प्रयास करना चाहिए। पिछले दो तीन महीने से देश का मीडिया पाकिस्तान को लेकर दिन-रात खबरें दिखा रहा है। 99 फीसदी प्राइम टाइम में पाकिस्तान की बदहाली, भुखमरी के उत्सवी गीत गाये जा रहे हैं। मानों उनकी भुखमरी से हमारी भोजन की थाली पकवानों से भर गई हो। यह भारत के मीडिया की राष्ट्रीय…
Read Moreतो हिन्दुओं के कारण हैं भारत के मुसलमान दुनिया में सबसे खुश?
\-राम पुनियानी- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहन भागवत शायद इस देश के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति हैं. समय-समय पर वे विभिन्न मुद्दों पर संघ की नीतियों और उसकी ‘विश्व दृष्टि’ का खुलासा करते आए हैं. जो वे कहते हैं, उसी राह पर पूरा संघ परिवार, जिसमें भाजपा शामिल है, चलता है. लिंचिंग के संबंध में अपनी सोच को स्पष्ट करने के बाद, हाल में, संघ प्रमुख ने फरमाया कि दुनिया के जिन विभिन्न देशों में मुसलमान रहते हैं, उनमें से भारत के मुसलमान सबसे सुखी और प्रसन्न हैं और…
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