-बरुण कुमार सिंह- ‘कुर्सी खतरे में है तो प्रजातंत्र खतरे में है। कुर्सी खतरे में है तो राज्य, देश एवं दुनिया खतरे में है। कुर्सी न बचे तो भाड़ में जाए प्रजातंत्र- राज्य, देश और दुनिया?’ राजनीति की नीति ऐसी बनती जाए। वचन जाए पर जाए कुर्सी न जाए।। आज राजनीति कि हालात यह हो गई है कि राजनीति में अपनी कुर्सी कैसे सलामत रहे इसके लिए कोई भी राजनीति हो, करेगा। चाहे उसे अपने बयानों से पलटना पड़ा, तथ्यहीन समझौता करना पडे़। आज हर पार्टी के नेता पाला बदलने…
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गठबंधन की राजनीति से ऊब चुका है झारखंड
-रमेश सर्राफ धमोरा- देश के 28 वें राज्य झारखंड की स्थापना आज से ठीक 19 वर्ष पूर्व हुई 15 नवंबर 2000 को हुयी थी। बीते 19 सालों में झारखंड प्रदेश में अधिकतर कई दलों के गठबंधन से बनी मिली जुली सरकार ही चलती रही थी। पिछले 5 वर्ष से जरूर झारखंड में मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार चल रही है। झारखंड में रघुवर दास ऐसे पहले मुख्यमंत्री होंगे जो अपने 5 अपना साल का निर्धारित कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं। झारखंड का राजनीतिक…
Read Moreमहाराष्ट्र में भाजपा ने शिवसेना को पछाड़कर सत्ता का ताज कब्जाया
-बाल मुकुंद ओझा- महाराष्ट्र की सियासत ने सबको हैरत में डाल दिया है। हालांकि देश की सियासत में पहले भी ऐसे चैंकाने वाली घटनाएं सामने आयी है जिसने सबको हैरान कर दिया था। अपने ससुर एन टी रामाराव को दामाद चंद्र बाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश में सत्ता से बेदखल किया हो या भजन लाल ने हरियाणा में समूची केबिनेट के साथ कांग्रेस में प्रवेश किया हो। ऐसी अनेक घटनाएं हमारे सियासी इतिहास में दर्ज है। मराठा सियासत में सत्ता के दांवपेंच कोई नई बात नहीं है। मुगलों और अंग्रेजों…
Read Moreसियासत की फांसी
-नवेंदु उन्मेष- मुझे देर रात राज्यपाल महोदय का फोन आया। उन्होंने कहा कि तुम फौरन राजभवन में चले आओ। मैं सोचने लगा कि आखिर राज्यपाल महोदय ने आधी रात के वक्त मुझे क्यों तलब किया है। गोया कि मैं एक साधारण आदमी ठहरा। दौड़ा-दौड़ा मैं अपने आवास के नीचे सीढि़यों से उतरा और स्कूटी निकाली और बीरान रास्ते पर फर्राटे के साथ स्कूटी दौड़ाता हुआ राजभवन की ओर चल पड़ा। राजभवन के गेट पर पहुंचते ही सिपाही ने मुझे सलामी ठोंकी। उसे देखकर ऐसा लग रहा था जैसे वह मुझे…
Read Moreब्रिक्स सम्मेलन से बढ़े मौके
-डा. जयंतीलाल भंडारी- हाल ही में 14 एवं 15 नवंबर को ब्राजील में आयोजित हुआ 11वां ब्रिक्स ‘ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका’ शिखर सम्मेलन भारत के लिए दो दृष्टिकोणों से लाभप्रद रहा। एक, भारत की पहल पर ब्रिक्स सम्मेलन ने आतंकवाद एवं संरक्षणवाद के खिलाफ एक सख्त स्टैंड लिया। दो, ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान ब्रिक्स बिजनेस फोरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा भारत में विदेशी निवेश की असीम और अनगिनत संभावनाओं को प्रभावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किए जाने पर ब्रिक्स देशों की कंपनियों की ओर से भारत…
Read Moreयह देश ‘सराय’ नहीं है
बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा पुराना है। जब यह पाकिस्तान का हिस्सा था, तब भी घुसपैठिए सीमावर्ती राज्यों में घुसते थे, लेकिन अब मामला रोहिंग्या मुसलमानों तक विस्तृत हो गया है। वे पड़ोसी देश म्यांमार से भागकर भारत में घुस रहे हैं। यह कितना संवेदनशील और खतरनाक मुद्दा है, इसका विश्लेषण अलग से करेंगे, लेकिन फिलहाल चिंता और सरोकार घुसपैठियों को लेकर है, जो भारत को ‘सराय’ (धर्मशाला) समझते रहे हैं और बीते वक्त के मुताबिक उन्होंने अपने वैध और सरकारी दस्तावेज भी बनवा लिए हैं। उनके पास आधार कार्ड, मतदाता…
Read Moreसेना के लिए सियाचिन
-कर्नल मनीष धीमान- पिछले सप्ताह भारतीय सेना के चार सैनिक और दो सिविलयन पोर्टर सियाचिन में आए हिमस्खलन से बर्फ में दब कर शहीद हो गए। हिमस्खलन व अत्यधिक ठंड के बावजूद यहां सैनिक डटे रहते हैं। सियाचिन दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्रों में से एक है। करीब 24,000 फीट की ऊंचाई एवं -55 से -60 डिग्री तापमान वाला सियाचिन भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए स्ट्रैटेजिक तौर पर बहुत ही महत्त्वपूर्ण क्षेत्र है। भारतीय उपमहाद्वीप को मध्य एशिया से अलग करने वाला यह बर्फीला पहाड़ भारत के लिए…
Read Moreरोबो आर्मी से मजबूत होगी सैन्य शक्ति
-डॉ. रमेश ठाकुर- आधुनिक तकनीक के लिहाज से भारतीय सैन्य शक्तियां अब और मजबूत हो चुकी हैं। लड़ाकू सैन्य बेड़ों में पिछले दिनों राफेल विमानों के शामिल होने के बाद जल्द ही रोबो आर्मी भी सेना का हिस्सा होगी। रोबो आर्मी की पहली खेप दो सप्ताह बाद आने वाली है। इसका भारतीय सेना लंबे समय से इंतजार कर रही थी। खैर, सेना का इंतजार खत्म होने को है। घाटी इलाके में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर अंकुश के लिए सेना के बेड़े में जल्द रोबो आर्मी शामिल होने वाली है। सेना…
Read Moreअवैध कॉलोनियों पर दिल्ली में सियासत
-योगेश कुमार सोनी- केंद्र सरकार ने दिल्ली की अवैध कॉलोनियों को मंजूरी देकर राजधानी की सत्ता में एंट्री करने का रास्ता बना लिया है। कॉलोनियों को नियमित करने की खुशखबरी उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अपने ऑफिशियल अकाउंट से ट्वीट करके दी है। इसके लिए प्रस्ताव तैयार किये जा रहे हैं। इसके तहत अब तक अवैध कॉलोनियों रह रहे लोगों को उनकी जमीन का मालिकाना हक मिल जाएगा। सड़क, सीवर सहित विकास के काम हो सकेंगे। इसके अलावा धारा 81 के तहत जिन लोगों पर मुकदमें दर्ज हैं वो भी वापस…
Read Moreदेवेन्द्र फडणवीस का महाराष्ट्र की सत्ता का सफ़र और चुनौतियां
-अभिजीत कांबले- बीते 40 वर्षों में देवेन्द्र फडणवीस महाराष्ट्र के ऐसे पहले मुख्यमंत्री रहे जिन्होंने अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा किया है और अब वो एक बार फिर प्रदेश की कमान अपने हाथ में ले चुके हैं। देवेन्द्र फडणवीस कैसे महाराष्ट्र की राजनीति के शिखर तक पहुंचे? कैसी रही है उनकी राजनीति? क्या उन्होंने पार्टी के भीतर मुख्यमंत्री के पद को लेकर प्रतिद्वंद्विता को खत्म कर दिया है? अगले 5 सालों में उनके सामने कौन-कौन-सी चुनौतियां होंगी? चलिए इन्हीं सभी सवालों का जवाब जानने की कोशिश करते हैं। बात…
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