सदी के अंत तक समुद्र का जलस्तर दो मीटर ऊपर उठने से बीस करोड़ लोग खतरे में

लॉस एंजेल्स। वैज्ञानिकों ने मत व्यक्त किया है कि इस सदी के अंत तक समुद्र का जलस्तर दो मीटर ऊपर उठने से अनेक देश और बीस करोड़ लोगों के सिर पर ख़तरा मंडराने की आशंका है। एक नये अध्ययन की रिपोर्ट में कहा गया है कि पृथ्वी का मौसम अनवरत बढ़ता जा रहा है और कार्बन उत्सर्जन पर कोई अंकुश नहीं लगाया गया तो इस पृथ्वी पर बर्फ़ की परतें अनवरत पिघलती रहेंगी और समुद्र का जलस्तर दो मीटर ऊपर उठने से इसके इर्द गिर्द के देश और शहर जलमग्न होने से बीस करोड़ लोग इसकी चपेट में आ जाएँगे। न्यू यॉर्क, न्यू ओरलिंस, मियामी, शंघाई और मुंबई के करोड़ों लोगों को बचाना मुश्किल होगा। इससे अठारह करोड़ सत्तर लाख लोगों के अलावा सात लाख वर्ग मील भू क्षेत्र जलमग्न हो जाएगा, जिसमें खेतीबाड़ी को भारी नुक़सान होगा। यह अध्ययन जलवायु परिवर्तन पर यू एन अंतर गवर्नमेंटल की ओर से गठित पैनल के छह वर्ष पूर्व के निष्कर्षों के विपरीत है। यू एन पैनल ने सन 2013 में समुद्र का जल स्तर 0.98 मीटर बढ़ने की शंका ज़ाहिर की गई थी। इस नये अध्ययनकर्ताओं में इंग्लैंड की ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी में भौतिक विज्ञान के प्रोफ़ेसर जोनाथन बांबेर ने कहा है कि यह स्थिति निस्सन्देह चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले हम लोगों ने समुद्र के जलस्तर में इतनी जल्दी बढ़ने के बारे में विचार नहीं किया था। मौजूदा स्थितियों में आज परिस्थितियाँ चिंताजनक लग रही हैं। इस अध्ययन के दूसरे रचियता अमेरिका में न्यू जर्सी में बरन्सविक स्थित रट्गर्ज़ यूनिवर्सिटी में पृथ्वी, महासागर और भौतिक विज्ञान में प्रोफ़ेसर राबर्ट कोप हैं। यह अध्ययन रिपोर्ट 20 मई को प्रकाशित हुई है।

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