नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भारत के लिए एक अच्छी खबर है। विश्व बैंक ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग जारी कर दी है। इस रैंकिंग में भारत ने इस साल 14 पायदान की लंबी छलांग लगाकर 63वें स्थान पर पहुंच गया है। इससे भारत को और ज्यादा विदेशी निवेश आकर्षित करने में मदद मिलेगी। गौरतलब है कि पिछले साल भारत को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की सूची में 77वां स्थान मिला था। उल्लेखनीय है कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस यानी कारोबार करने में सुगमता की रैंकिंग उस समय आई है, जब देश आर्थिक सुस्ती के दौर से गुजर रहा है। साल 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार बनी थी, तब भारत की रैंकिंग 190 देशों में 142वें स्थान पर थी, जो पिछले साल 77 पर पहुंच गई थी। विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार 10 देशों की अर्थव्यवस्थाओं में सुधार हुआ है, जिसमें भारत के अलावा सऊदी अरब, जॉर्डन, टोगो, बहरीन, ताजिकिस्तान, पाकिस्तान, कुवैत, चीन, और नाइजीरिया शामिल है।
क्या है ईज आॉफ डूइंग रिपोर्ट का अधार
ईज आॉफ डूइंग बिजनेस का रिपोर्ट में किसी कारोबार को शुरू करना, कंस्ट्रक्शन परमिट, क्रेडिट मिलना, छोटे निवेशकों की सुरक्षा, टैक्स देना, विदेशों में ट्रेड, कॉन्ट्रैक्ट लागू करना, कंस्ट्रक्शन परमिट से निजात, बिजली प्राप्त करना, संपत्ति का पंजीकरण, अल्पसंख्यक निवेशकों की रक्षा करना और दिवालिया शोधन प्रक्रिया आदि को आधार बनाया जाता है।
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