बोकारो। बोकारो के विधायक विरंची नारायण और भाजपा कार्यकर्ताओं पर बोकारो इस्पात के नगर सेवा विभाग के सहायक महाप्रबंधक अजीत कुमार के साथ मारपीट का आरोप लग रहा है। घायल अजीत कुमार को बोकारो जेनरल अस्पताल (बीजीएच) में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद से बोकारो इस्पात संयंत्र के अधिकारी आक्रोश में हैं।
वहीं, विधायक ने मारपीट की घटना में अपनी संलिप्तता से इनकार करते हुए बताया कि वे विवाद सुलझाने के लिए मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने बोकारो के पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी दी।
क्या है मामला
विवाद का कारण झारखंड सरकार की निधि से सेक्टर-1 में तालाब जीर्णोद्धार बताया जा रहा है। बोकारो इस्पात प्रबंधन का कहना है कि तालाब के जीर्णोद्धार के लिए प्रबंधन से अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त नहीं किया गया है, जबकि विधायक का कहना था कि तलाब का जीर्णोद्धार जन सुविधा के लिए किया जा रहा है। इस कार्य को एजीएम ने गलत बताया, जिसके विवाद बढ़ गया और मारपीट की घटना हुई। घटना के बाद से बोकारो इस्पात संयंत्र के अधिकारी आक्रोश में हैं। वहीं, भाजपा विधायक ने उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक से मिलकर एजीएम की शिकायत की। दूसरी तरफ एजीएम अजीत कुमार को इलाज के लिए बोकारो जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में बीएसएल के कई वरीय अधिकारी भी उनका हाल जानने पहुंचे।
इधर, घटना के बाद विधायक विरंची नारायण ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एजीएम कार्य का विरोध कर रहे थे। इसी दौरान कार्यकर्ताओं से विवाद हो गया। उन्होंने बीच बचाव किया। उन्होंने बताया कि जब प्रशासन की ओर से कार्य कराया जा रहा था, तो बिना प्रशासन की अनुमति लिये एजीएम को मौके पर पहुंचना ही नहीं चाहिए था। एजीएम की ओर से अभीतक कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है।
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