कोलकाता । पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में 18 पर जीत दर्ज करने के बाद अब भाजपा ने राज्य विधानसभा की 294 में से 250 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। विधानसभा का आगामी चुनाव वर्ष 2021 के अप्रैल-मई में होगा, लेकिन भाजपा ने अभी से ‘मिशन-250’ पर काम शुरू कर दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने रविवार को कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के लिए हमने 23 सीटों का लक्ष्य रखा था और 18 सीटें मिलीं। अब हमारा लक्ष्य आगामी विधानसभा चुनाव में 250 सीटें जीतने का है। इसके लिए जमीनी स्तर पर काम शुरू किया गया है। पार्टी ने घर-घर जाकर व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाने का निर्णय किया है। हम अपनी चुनावी रणनीति बनाएंगे और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए जी-तोड़ मेहनत करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में राज्य में 34 लोकसभा सीटें जीतने वाली सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अब महज 22 सीटों पर सिमट गई है। टीएमसी के बांग्ला गौरव के मुद्दे के सामने भाजपा बंगालियों के हितों का मुद्दा उठाएगी। वर्ष 2021 में भाजपा का मुख्य हथियार होगा रोजगार सृजन के लिए औद्योगीकरण और राज्य के लिए राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर, ताकि अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को खदेड़ा जा सके। हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में भाजपा को 40.25 प्रतिशत मतों के साथ 18 सीटें मिली हैं। जबकि टीएमसी ने 43.38 प्रतिशत मतों के साथ 22 सीटें जीती हैं। लोकसभा के साथ ही राज्य विधानसभा की आठ सीटों पर उपचुनाव भी हुए थे, जिसमें भाजपा ने तीन सीटें जीतीं। इस कारण उसके विधायकों की संख्या बढ़कर अब छह हो गयी है।
पिछले दो चुनावों में किसको मिली कितनी सीटें
विस चुनाव-2016 : टीएमसी – 211, भाजपा- तीन, कांग्रेस – 44, माकपा- 26, भाकपा- एक, फारवर्ड ब्लॉक- दो, आरएसपी- तीन, जीजेएम- तीन।
विस चुनाव-2011 : टीएमसी और कांग्रेस के गठबंधन को कुल 226 सीटें मिली थीं, जिसमें टीएमसी की संख्या 184 थी।भाजपा को एक भी सीट मयस्सर नहीं हुई थी। माकपा- 40, भाकपा- दो, फारवर्ड ब्लॉक- 11 और जीजेएम को तीन सीटें मिली थीं।
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