मौसम की ठंड रबी जैसी फसलों के लिए लाभदायक, पर सिंचाई का प्रबंधन जरूरी : वैज्ञानिक

भिवानी। इस समय दिन और रात के तापमान में कम अंतर को, गेहूं, चना और सरसों जैसी रबी फसलों के लिए फायदेमंद बताते हुए स्थानीय कृषि वैज्ञानिकों ने कहा कि विषेषकर दक्षिण हरियाणा सहित प्रदेश के अन्य भागों में तापमान के इस कम अंतर के कारण इन पौधों को बढ़ने और उनमें दाने के फूटने में काफी मदद मिलेगी। भिवानी कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश ने किसानों को सलाह दी है कि कम तापमान से गेहूं, सरसों व चने की फसलों को लाभ होगा, परन्तु किसानों को इन फसलों में समुचित सिंचाई का प्रबंधन जरूर करना चाहिए। उन्होंने बताया कि दिन व रात के तापमान में अंतर कम होने से गेहूं, सरसों व चने की फसलों में बढ़ोत्तरी होती है, क्योंकि ये फसलें ठंड में परिपक्व होती है और उनकी जड़ों का अधिक फैलाव होता है। कम तापमान इन फसलों में फुटाव लाता है तथा फसलों के दाने में बढ़ोत्तरी होती है। उक्त फसलें ठंड में परिपक्व होती है। उन्होंने कहा कि दिन व रात के तापमान में कम अंतर होने का फायदा सीधे रूप से गेहूं, सरसों व चने की फसल को मिलेगा। उन्होंने कहा कि अभी तक दक्षिण हरियाणा क्षेत्र में सूखा पाला नहीं पड़ा है। इसीलिए यह मौसम रबी की फसलों के लिए लाभदायक है।

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