लखनऊ। गायक हनी सिंह पिछले पांच वर्षों से अधिक समय से कोर्ट के आदेशों को दरकिनार करते दिखते हैं. आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने 31 दिसम्बर 2012 को हनी सिंह के खिलाफ थाना गोमतीनगर लखनऊ में ‘मैं हूं बलात्कारी’ और ‘केंदे पेचायिया’ जैसे अश्लील और भद्दे गानों को लिखने और गाने के आरोप में एफआईआर दर्ज करायी थी. अमिताभ ने एफआईआर में कहा था कि ये गाने अत्यंत अश्लील, उत्तेजक और अभद्र हैं और समाज में महिलाओं के प्रति असम्मान तथा गंभीर अपराध बढाने के उत्प्रेरक का कार्य करते हैं. गोमतीनगर थाने ने इस मामले में 27 जून 2013 को आरोपपत्र प्रेषित किया था. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट लखनऊ ने 23 दिसम्बर 2013 को आरोपपत्र का संज्ञान लिया था तथा हनी सिंह के खिलाफ सम्मन जारी किया था. हनी सिंह द्वारा लगातार कोर्ट के नोटिस को नजरंदाज करने पर सीजेएम लखनऊ ने उनके खिलाफ 25 मार्च 2019 को जमानतीय वारंट जारी किया. केस में अगली सुनवाई 11 सितम्बर 2019 को संभावित है. अमिताभ ठाकुर ने गुरुवार को कहा कि वे इस केस में अंत तक लगे रहेंगे ताकि मामले में न्याय हो सके.
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