नाथू ला दर्रे के रास्ते भारत-चीन सीमा व्यापार का वार्षिक सत्र शुरू

  • भारत ने 45 करोड़ का निर्यात किया, वहीं तीन करोंड़ से अधिक का आयात

गंगटोक/नई दिल्ली। सिक्किम में स्थित नाथू ला दर्रे के रास्ते भारत-चीन सीमा व्यापार का वार्षिक सत्र बुधवार से शुरू हो गया है। सिक्किम के सूचना एवं जन संपर्क विभाग ने बताया कि दोनों देशों के बीच नाथू ला दर्रे मार्ग से 14 सालों से व्यापार चला आ रहा है। यह व्यापार मई से शुरू होकर सात महीने तक चलता है। पिछले साल भारत से निर्यात 45.03 करोड़ रुपये का हुआ था, जबकि आयात 3.23 करोड़ रुपये का था। नाथू ला दर्रे के रास्ते भारत-चीन सीमा व्यापार का वार्षिक सत्र में दोनों देशों के अधिकारियों तथा व्यापारी सीमा पर मौजूद रहे। वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रधान सचिव थामस चांडी के साथ कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। दोनों देशों के बीच सीमा व्यापार हर साल एक मई से 30 नवंबर के बीच सप्ताह में चार दिन होता है। यह व्यापार 44 साल के अंतराल के बाद 2006 में फिर शुरू हुआ। सूचना एवं जन संपर्क विभाग ने बताया कि भारत से डेयरी उत्पाद, बर्तन समेत तीन दर्जन चीजें निर्यात की जाती हैं जबकि तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के व्यापारी कालीन, जैकेट जैसी कुल 20 प्रकार की वस्तुएं बेचने आते हैं। पिछले साल भारत से निर्यात 45.03 करोड़ रुपये का हुआ था जबकि आयात 3.23 करोड़ रुपये का था।

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