नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के इलाहाबाद बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में 0.05 फीसद की कटौती की है। यह कटौती सोमवार (14 अक्टूबर) से प्रभावी होगी। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा कि मौजूदा एमसीएलआर की समीक्षा के बाद विभिन्न मैच्योरिटी पीरियड के कर्ज के लिए इसमें 0.05 फीसद की कटौती करने का फैसला किया गया है। अब बैंक की एक साल की बेंचमार्क एमसीएलआर 8.40 फीसद से घटकर 8.35 फीसद रह जाएगी। इसी तरह एक दिन से लेकर छह माह के कर्ज के लिए एमसीएलआर 7.85 से 8.20 फीसद के बीच रहेगी। बदलाव वाली दरें सोमवार से लागू होगी। गौरतलब है कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी हाल ही में मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट में 0.10 फीसद तक की कटौती की है। बैंक का एमसीएलआर अब 8.40 फीसद रहेगा। यह आठ अक्टूबर से लागू है। एक दिन से लेकर छह महीने के कर्ज पर एमसीएलआर को 0.10 फीसद घटाकर 8.05 से 8.30 फीसद रेंज में किया गया है। साथ ही बैंक ने रेपो रेट से जुड़ी लोन रेट को भी आठ अक्टूबर से कम कर दिया है और यह 0.25 फीसद घटाकर 8.45 फीसद से 8.20 फीसद कर दिया गया है। जबकि आधार दर को सालाना 9.50 फीसद पर बरकरार रखा गया है। उधर, इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) भी एक नवंबर से ब्याज दरों कटौती करेगा। बैंक ने खुदरा और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों के लिए कर्ज पर ब्याज दर में 0.25 फीसद की कटौती का एलान किया है। एक नवंबर से रिटेल सेगमेंट, होम, वाहन, शिक्षा, सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों के लिए कर्ज पर ब्याज दर में 0.25 फीसद की कटौती होगी। रेपो दर से लिंक्ड कर्ज दर को 8.25 फीसद से घटाकर 8 फीसद किया जाएगा। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने सभी मैच्योरिटी के कर्ज पर एमसीएलआर को 0.10 फीसद कम किया है। संशोधित दरें 10 अक्टूबर से प्रभावी होंगी। बैंक की ओर से इस साल एमसीएलआर में यह छठीवीं कटौती है। कटौती के बाद से एक साल के कर्ज का एलसीएलआर कम होकर 8.05 फीसद पर आ गया है। यह कटौती रेपो दर से जुड़े कर्ज पर प्रभावी नहीं होगी।
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