Ranchi: सरला बिरला पब्लिक स्कूल, राँची भारतीय शास्त्रीय कलाओं की सुगंध से महक उठा, जब विद्यालय में स्पिकमैके कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों को भारत की सांस्कृतिक परंपराओं एवं मूल्यों से जोड़ना और उनमें सौंदर्य-बोध का विकास करना था। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना श्रीमती पल्लवी डे की अनुपम प्रस्तुति। वे महान कथक गुरु पंडित बिरजू महाराज की शिष्या हैं और संगीत नाटक अकादमी द्वारा प्रदत्त प्रतिष्ठित उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार से सम्मानित हैं। भारत तथा विदेशों में अनेक मंचों पर अपनी कला का प्रदर्शन कर चुकीं श्रीमती डे ने अपने सधे हुए पदचाप, भावपूर्ण मुखाभिनय और सशक्त नृत्यकथन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके साथ संगत कर रहे थे देश के जाने-माने कलाकार प्रतीक मुखर्जी (तबला), सुभाषिस भट्टाचार्य (गायन) और सुनंदो मुखर्जी (सरोद)। लय, स्वर और नृत्य का यह समन्वित संगम दर्शकों को भारतीय शास्त्रीय परंपरा की गहराइयों में ले गया। विद्यालय के विद्यार्थी और शिक्षकगण इस आयोजन में बड़ी उत्सुकता और आनंद के साथ उपस्थित रहे। उन्होंने कथक की भव्यता और भारतीय शास्त्रीय संगीत की गहराई को प्रत्यक्ष अनुभव करने का यह दुर्लभ अवसर संजोया।
इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती मनीषा शर्मा ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों में सौंदर्य-बोध को पोषित करते हैं और उन्हें भारत की कालजयी धरोहर से जोड़ते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरला बिरला पब्लिक स्कूल सदैव समग्र शिक्षा पर बल देता है, जहाँ शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ-साथ सांस्कृतिक मूल्यों का भी संतुलित समावेश किया जाता है।
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