रांची। कांग्रेस का चुनावी अभियान पूरे प्रदेश में महात्मा गांधी गांधी की 155वीं जयंती पर दो अक्टूबर को औपचारिक रूप से शुरू होगी।
ये घोषणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने संवाददाता सम्मेलन में रविवार को की।
कमलेश ने कहा कि एक माह में 24 जिलों में 25 “संवाद आपके साथ” कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका समापन हो गया है। इस दौरान सभी जिलों में संगठन की संपूर्णता के संबंध में बातें सामने आई। चुनाव को लेकर समितियों की बैठक चल रही है। इसी कड़ी में पूरे झारखंड के डेलिगेट्स, प्रखंड अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष,विधायक,सांसद, मंडल अध्यक्ष सहित अन्य नेताओं की वृहद बैठक 30 सितंबर को आहूत की गई है। इसमें प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर, सप्तगिरि शंकर उलका, सिरीबेला प्रसाद, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उपस्थित रहेंगे।इसी दिन मेनिफेस्टो कमिटी के लोगों से भी वरीय नेता मिलेंगे।
कमलेश ने कहा कि सत्य, अहिंसा, शांति के अग्रदूत महात्मा गांधी की जयंती को पूरे विश्व स्तर पर अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनकी जयंती पर चुनावी अभियान प्रारंभ करने के अवसर पर स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान गांधी के जरिये चलाए गए विभिन्न आंदोलनों का स्मरण एवं विस्तृत चर्चा किया जाएगा। देश की आजादी के आंदोलन में अपना योगदान देने वाले टाना भक्तों के विशाल कार्यक्रम बीजूपाड़ा में सोमा टाना भगत की प्रतिमा के समक्ष किया जाएगा।
मौके पर सुबोधकांत सहाय ने कहा कि दो अक्टूबर से अभियान प्रारंभ होगा। राज्य के नेताओं की चार टीम बनाई गई हैं,जो पहले चरण में उन क्षेत्रों में अभियान चलाएगी। जहां पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार थे। सीट बंटवारे के पश्चात दूसरे चरण में गठबंधन उम्मीदवारों के लिए अभियान चलेगा। विधानसभा स्तर पर संवाद यात्रा हर टोला, गांव तक जाएगी। 15 अक्टूबर से जिला स्तर के नेता पंचायत में अभियान चलाएंगे । इसके माध्यम से सरकार की उपलब्धियां को लोगों तक पहुंचाना है। चुनाव में जाने के लिए हमारे पास सरकार के किए हुए कार्य पूंजी के रूप में है। हमारे नीतियों में भविष्य के विकास की झलक है। झारखंड में बांग्लादेशी को खोजने वाले भाजपा के नेता 18 वर्षों तक राज करने के दौरान सो रहे थे,इन्हें चुनाव के समय ही ऐसे मुद्दे दिखते हैं।
बंधु तिर्की ने कहा कि घोषणा पत्र तैयार करने के लिए पूरे प्रदेश में चौपाल लगाकर लोगों की राय ली जाएगी। इसमें यह व्यवस्था की जाएगी कि हर छह माह में मेनिफेस्टो के सोशल ऑडिट की व्यवस्था हो। नीतिगत,आर्थिक, सामाजिक सभी पहलुओं की समीक्षा कर घोषणा पत्र के बिंदु तैयार किए जाएंगे। समिति एक अक्टूबर को जमशेदपुर में चौपाल लगाएगी। सभी जिलों में चौपाल लगाने के लिए वरीय नेताओं की नियुक्ति की गई है जो जिला वार वहां के स्थानीय मुद्दे, राज्य स्तर के मुद्दे, जमीन के मुद्दे हो या अन्य विसंगतियां हो उस पर चर्चा करेगी। चार अक्टूबर तक प्रदेश कार्यालय में प्रतिवेदन समर्पित करेगी, जिसे संकलित कर राष्ट्रीय नेतृत्व को समीक्षा के लिए भेजा जाएगा। वहां से अनुमति मिलते ही इसे घोषित किया जाएगा। घोषणा पत्र तैयार होने के बाद मुख्यमंत्री से मिलकर हम अपने और उनके घोषणा पत्र पर चर्चा कर इसे अमली जामा पहनाएंगे।
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