सरना धर्म कोड व एचईसी का जल्द सकारात्मक निर्णय ले प्रधानमंत्री मोदी: अमाल खान 

ओरमांझी: कांग्रेस के युवा नेता अमाल खान ने कहा कि अगले 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलीहातु में हार्दिक स्वागत है। और इस महत्वपूर्ण अवसर पर झारखंड और देश का जनजातीय समुदाय अपने देश के मुखिया से यह अपेक्षा करता है। कि वह अपना बड़ा दिल दिखाते हुए इस अति महत्वपूर्ण दिवस पर झारखंड एवं जनजातीय समुदाय के हित में निश्चित रूप से सकारात्मक निर्णय लेंगे। श्री खान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आदिवासियों के सरना धर्म कोड को अभिलंब स्वीकार करते हुए आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा होने के बाद ही चाहे जनसंख्या प्रपत्र की बात हो या फिर कहीं और लेकिन आधिकारिक रूप से आदिवासी अपने उस धर्म के तहत अपनी पहचान को स्थापित कर पाएंगे जो भारत का सबसे पुराना धर्म है। श्री खान ने कहा कि श्री मोदी को अपने झारखंड दौरे के क्रम में रांची में अवस्थित सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भारी अभियंत्रण निगम (एचईसी) के श्रमिकों, अधिकारियों एवं अस्थाई कर्मियों के 21 माह के बकाया वेतन भुगतान के लिए अभिलंब घोषणा करनी चाहिए उन्होंने कहा कि वेतन का भुगतान नहीं होने के कारण यहां के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं अस्थाई कर्मियों की आर्थिक सामाजिक स्थिति बेहद खराब हो गई है। और उन्हें लगातार प्रताड़ना का जीवन झेलना पड़ रहा है। श्री खान ने कहा कि जिस एचईसी ने देश का परचम और इसकी साख को पूरी दुनिया में ऊंचा उठाया है। उसकी ऐसी स्थिति अफसोस की बात है।  उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर वे अपनी कमी कमजोरी की भरपाई कर सकते हैं। क्योंकि भाजपा के पिछले एक दशक के शासनकाल में आदिवासियों की इच्छा और आकांक्षा को हर स्तर पर कुचला गया है।

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