Ranchi : अवैध बिल्डिंग में बनाया जा रहा है अस्पताल

रांची में दबंगों की मनमानी इस कदर बढ़ गई है कि सरकार और प्रशासन के आदेश को भी नहीं मान रहे हैं। नगर निगम के आदेश की कॉपी को अपनी जेब में रखकर अवैध निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। कोकर चौक स्थित पागल बाबा के आश्रम के सामने रोशन सिंह के कमर्शियल स्पेस, जिसका नगर निगम से नक्शा पास नहीं है। पूर्व में नगर निगम ने इस भवन को अवैध घोषित किया है। वहां रातों-रात काम शुरू कर दिया गया है। कोरोना काल में जब पूरा प्रशासनिक अमला परेशान है तो यहां पर रात में चुपके चुपके पूरी रात काम किया जा रहा है। बिना किसी कागज के इस भवन को हॉस्पिटल के रूप में तब्दील करने की तैयारी चल रही है। 

क्या है मामला

रोशन सिंह, पिता कामेश्वर सिंह, निवासी न्यू कॉलोनी कोकर चौक, कोकर. थाना सदर. जिला रांची.)  कमर्शियल स्पेस जिसका रकबा 9000 वर्ग फीट, खाता नंबर 79 ,प्लॉट नंबर 382, रकबा 3 कट्ठा, मौजा तिरिल, वार्ड नंबर 8, थाना सदर ,थाना नंबर 195, जिला रांची जिला में है। इस भवन पर पिछले साल 1 सितंबर से अवैध निर्माण कार्य शुरू किया गया था। जिसके बाद नगर निगम ने नक्शा पास नहीं होने के कारण इस पर स्टे लगा दिया था। अब कोविड -19  के समय में फिर से बिना नक्शा पास किए बिना  दिन-रात करके काम शुरू किया गया है। 

रोशन सिंह द्वारा पहले पार्टी को के साथ धोखाधड़ी करके दूसरी पार्टी के साथ एग्रीमेंट की गई है

रोशन सिंह द्वारा इस कमर्शियल स्पेस का पहले एक पार्टी के साथ एग्रीमेंट भी किया गया है। सुबोध कुमार जिनके साथ एग्रीमेंट  किया गया है उन्होंने बताया कि रोशन सिंह द्वारा हमारे साथ 9 साल की लीज का एग्रीमेंट किया है। लीज की शर्तों के अनुसार हर महीने 1 तारीख से 10 तारीख के बीच एक लाख 75 हजार रुपए देना तय हुआ है। जब हम लोगों ने उस कमर्शियल स्पेस में काम करना शुरू किया तो पता चला कि इस जगह का  नगर निगम से नक्शा भी पास नहीं किया गया है। इस कारण नगर निगम द्वारा यहां काम रोक दिया गया। इतने समय तक में हम लोगों ने इस जगह को डिवेलप करने पर 10 से 15 लाख रुपया खर्च भी कर दिया। रोशन सिंह के साथ जब एग्रीमेंट हुआ उस समय अगर अग्रधन के रूप में 6 लाख रूपए  उनको दिया गया। 

अतुल प्रताप सिंह करवा रहे हैं काम

 वर्तमान में इस जगह पर अतुल प्रताप सिंह, पिता भानु प्रताप सिंह द्वारा काम कराया जा रहा है। दिन के समय में जब लोगों की नजर इस पर रहती है। इसलिए रात के अंधेरे में जोर शोर से काम कराया जा रहा है। 

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