पाकिस्तानी अखबारों सेः भारत की सख्ती के आगे टूटा पड़ोसी मुल्क, लगाई अमन की गुहार

नई दिल्ली : पाकिस्तान से शनिवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने वहां के सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा की भारत के साथ बातचीत करने की पेशकश के बाद अब पाकिस्तान के विदेश मंत्री की तरफ से भी इसी तरह का बयान सामने आने की खबर दी है। 
अखबारों ने लिखा है कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि भारत की कट्टर सोच की वजह से दोनों देशों के बीच बेहतर सम्बंध नहीं बन पा रहा है। मोदी सरकार का अमन के पक्ष में नहीं होना पाकिस्तान और भारत के दरम्यान बातचीत शुरू होने में बड़ी रुकावट है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को अपनी सोच पर पुनर्विचार करते हुए बातचीत के लिए शानदार माहौल पैदा करने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कश्मीर सहित तमाम मुद्दों पर बात हो सकती है। अखबारों ने इस सिलसिले में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी का भी एक बयान प्रकाशित किया है, जिसमें उन्होंने भी कहा है कि भारत को बातचीत के लिए अनुकूल माहौल बनाने की कोशिश करनी चाहिए। 

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान की कश्मीर नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। अखबारों ने पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष की अपने श्रीलंकाई समकक्ष के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ से मुलाकात करने से सम्बंधित खबर दी है। अखबारों ने लिखा है कि इस दौरान दोनों देशों के सेनाध्यक्षों ने क्षेत्र में शांति बहाली के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की है। अखबारों ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी की कुवैत के विदेश मंत्री के साथ मुलाकात करने की खबरें भी दी हैं। इस दौरान राष्ट्रपति ने कुवैती विदेश मंत्री को कुवैती सेना को प्रशिक्षित किए जाने से सम्बंधित पाकिस्तान की योजना से अवगत कराया है। 
अखबारों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का एक बयान काफी अहमियत से प्रकाशित किया है। इस बयान में उन्होंने कहा है कि पाकिस्तानी क़ौम जरदारी और नवाज शरीफ को अब कभी भी अमीर नहीं बनाएगी। उन्होंने आरोप लगाया है कि 30 सालों में मुल्क को लूट कर बर्बाद कर दिया गया था। जिस समय हमने सत्ता संभाली, उस समय मुल्क डिफाल्टर  होने के कगार पर पहुंच गया था। हमारे दोस्त मुल्कों ने हमारी मदद की और आज हम इस मुकाम पर पहुंचे हैं कि 35 अरब का विदेशी कर्जा हमने ढाई साल में वापस कर दिया है। अखबारों ने आईएमएफ के जरिए पाकिस्तान सरकार पर दबाव बनाकर टैक्स पर छूट दिए जाने का फैसला वापस लिए जाने से संबंधित खबरें प्रकाशित की हैं। अखबारों का कहना है कि आईएमएफ ने पाकिस्तान सरकार के टैक्स में छूट दिए जाने के फैसले को वापस कराने में अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया है। यह सभी खबरें रोजनामा औसाफ, रोजनामा जिन्नाह, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा पाकिस्तान और रोजनामा जंग ने अपने पहले पृष्ठ पर प्रकाशित की हैं।
रोजनामा औसाफ ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को स्वदेश वापस लाने के लिए इंटरपोल की मदद लिये जाने से सम्बंधित खबर प्रकाशित की है। अखबार का कहना है कि विदेश मंत्री शेख रशीद अहमद को नवाज शरीफ को वापस लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अखबारों का कहना है कि गृह मंत्रालय की तरफ से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी की जा रही है। अखबार का कहना है कि नवाज शरीफ के खिलाफ नैब अदालत में भ्रष्टाचार का मुकदमा चल रहा है। इसीलिए नैब चेयरमैन ने सरकार से नवाज शरीफ को वतन वापस लाने के की मांग किया है। फिलहाल नवाज शरीफ लंदन में हैं।
रोजनामा खबरें ने अमेरिका के एक सीनेटर के जरिए अमेरिकी विदेश मंत्री को कश्मीर और किसान आंदोलन के सम्बंध में भारत पर दबाव बनाने के लिए पत्र लिखे जाने से सम्बंधित खबर दी है। अमेरिकी सीनेटर रॉबर्ट मेंडर्ज ने कहा है कि भारत की बीजेपी सरकार लोकतांत्रिक सरकार नहीं है। इसलिए अमेरिका सरकार को उस पर पाबंदियां लगानी चाहिएं। सीनेटर ने अपने खत में कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किए जाने, विरोधियों को गिरफ्तार किए जाने जैसे मामलों पर आपत्ति दर्ज कराई है। अखबार ने बताया है कि 890 भारतीय कानूनों को जम्मू कश्मीर में लागू किया गया हैं और 206 राज्य स्तर के कानूनों को रद्द कर दिया गया है।रोजनामा नवाएवक्त ने भारत के उत्तर प्रदेश से एक खबर काफी अहमियत से प्रकाशित की है। इस खबर में बताया गया है कि मुसलमानों की इस राज्य में आबादी 19.3 प्रतिशत है मगर यूपी की पुलिस के हाथों एनकाउंटर में मारे जान वाले 37 फीसद मुसलमान होते हैं। अखबार ने लिखा है कि ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि 2017 से 2020 के बीच राज्य सरकार ने एनकाउंटर का जो ब्यौरा दिया है, उसके अनुसार 6475 एनकाउंटर यूपी पुलिस ने किया हैं। इनमें मरने वाले में 37 प्रतिशत मुसलमान शामिल हैं। ओवैसी का कहना है कि उत्तर प्रदेश में मुसलमानों के साथ बुरा सुलूक किया जा रहा है। 
अखबार ने एक और खबर दी है, जिसमें बताया गया है कि उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में पुलिस ने रात के 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर पर पाबंदी लगा दी है। इस सिलसिले में पुलिस के आला अधिकारियों ने सभी थाना क्षेत्रों को आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि अगर कोई भी इस आदेश का पालन ना करें तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। अखबार का कहना है कि इलाहाबाद में सुबह की फज्र की नमाज के लिए आजान 5 बजे के करीब दी जाती है जो इस आदेश की वजह से अब लाउडस्पीकर पर नहीं दी जा सकती है।

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