एनबीएफसी की संपत्ति की गुणवत्ता 2019-20 की पहली छमाही में हुई खराब

मुंबई। गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) की संपत्तियों की गुणवत्ता में चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों के दौरान गिरावट आयी है। इनकी एकीकृत गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (जीएनपीए) का अनुपात मार्च 2019 के 6.1 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2019 में 6.3 प्रतिशत पर पहुंच गया।

रिजर्व बैंक की वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गयी। हालांकि इस दौरान एनबीएफसी का शुद्ध एनपीए 3.4 प्रतिशत पर स्थिर रहा। इस दौरान एनबीएफसी की पूंजी और संकटग्रस्त संपत्ति का अनुपात (सीआरएआर) 20 प्रतिशत से कम होकर 19.5 प्रतिशत पर आ गया।

रिपोर्ट में कहा गया कि ऋण वितरण का माध्यम होने के नाते एनबीएफसी का महत्व बढ़ा है, लेकिन आईएलएंडएफएस के मामले से इस क्षेत्र में संपत्ति की जवाबदेही को लेकर लापरवाही पर ध्यान आकृष्ट हुआ है। इस लापरवाही से न सिर्फ एनबीएफसी क्षेत्र बल्कि पूरी वित्तीय प्रणाली पर असर पड़ा है।

This post has already been read 6071 times!

Sharing this

Related posts