नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल और मनसुख मंडाविया तथा तीन मुख्यमंत्रियों अमरिंदर सिंह, कमलनाथ और बी.एस.येदियुरप्पा समेत भारतीय कंपनियों के 100 से अधिक मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्विट्जरलैंड के रिसॉर्ट शहर दावोस में अगले महीने विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ)की 50वीं सालाना बैठक में हिस्सा लेंगे। इस कार्यक्रम में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन समेत कई अन्य वैश्विक नेताओं के भी भाग लेने की संभावना है। हालांकि ट्रंप और पुतिन के शामिल होने के बारे में अभी आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। इस कार्यक्रम में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भी भाग लेने की भी उम्मीद है।
हालांकि कहा जा रहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन इसमें अनुपस्थित रह सकते हैं। जिन वैश्विक नेताओं ने भागीदारी पर सहमति प्रदान की है, उनमें अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, फिनलैंड की प्रधानमंत्री सन्ना मरिन, हांगकांग स्वायत्त क्षेत्र की मुख्य कार्यकारी अधिकारी कैरी लैम, इराक के राष्ट्रपति बरहम सालिह, नॉर्वे की प्रधानमंत्री एर्ना सोलबर्ग, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सेइन लूंग और स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति उएली मौरेर शामिल हैं। इसका आयोजन 20 से 24 जनवरी 2020 के दौरान होने वाला है।
शामिल होने वाले वैश्विक नेताओं तथा कारोबारियों की आधिकारिक सूची कार्यक्रम से कुछ दिन पहले जारी होगी। इसमें भाग लेने वाले भारतीय कारोबारियों तथा प्रमुख हस्तियों में गौतम अडाणी, मुकेश अंबानी, राहुल व संजीव बजाज, कुमार मंगलम बिड़ला, टाटा समूह के एन. चंद्रशेखरन, सज्जन जिंदल, उदय कोटक, भारतीय स्टेट बैंक के रजनीश कुमार, आनंद महिंद्रा, सुनील व राजन मित्तल, रवि रुइया, पवन मुंजाल, नंदऩ निलेकणि, सलिल पारेख, एचसीएल टेक के सी.विजयकुमार, अजय पीरामल, रिशद प्रेमजी, अजय सिंह और फिरोजशाह गोदरेज शामिल हैं। बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण भी इसमें भाग लेंगी। उन्हें सम्मेलन के पहले दिन क्रिस्टल अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इशा फाउंडेशन के सद्गुरु भी इसमें शामिल होंगे।
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