दो बच्चियों की हत्या को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ा, आरोपित गिरफ्तार

रांची/चतरा। चतरा जिले के पिपरवार थाना क्षेत्र के टीएमएच कॉलोनी में रहने वाली दो बच्चियों के अपहरण के बाद हुई हत्या को लेकर स्थानीय लोग आक्रोशित हैं। आक्रोशित लोगों ने शुक्रवार को भी विरोध प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोग सुबह से ही बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरकर थाना और अस्पताल को घेरे हुए हैं। पिपरवार में दुकानें पूरी तरह बंद हैं और वाहनों का आवागमन ठप है। एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। इस मामले में सोनू मोची समेत तीन अन्य लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटना का जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा। प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि बुधवार शाम तीन बच्चे लापता हो गए थे। इनमें करीब 10 वर्ष की दो बच्चियां और एक 8 वर्ष का बच्चा शामिल था। तीनों बच्चे टीएमएच कॉलोनी के पास जंगल में लकड़ी चुने गए थे। वहीं से तीनों का अपहरण कर लिया गया था। गुरुवार को किरीगड़ा जंगल में पहले 8 वर्षीय बच्चा खून से लथपथ मिला। इसके बाद पुलिस और परिजन बच्चियों की तलाश करते हुए आगे बढ़े। इस दौरान जंगल से ही दोनों बच्चियां गंभीर रूप से जख्मी हालत में पड़ी मिली। इसके बाद सभी को अस्पताल ले जाया गया। जहां एक बच्ची को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। जबकि एक बच्ची और 8 वर्षीय बच्चे को रिम्स रेफर कर दिया गया। रिम्स पहुंचने पर डॉक्टर ने दूसरी बच्ची को भी मृत घोषित कर दिया। बच्चियों की मौत से आक्रोशित लोग पिपरवार थाना पहुंच गए और आरोपी को उनके हवाले करने की मांग करने लगे। मामला बिगड़ता देख आईटीबीपी के जवानों ने लाठीचार्ज किया। गुस्साए लोगों ने बाजार बंद करा दिया। साथ ही कोयले की ढुलाई रोक दी। लोगों को आशंका है कि दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है। इसी मामले में पुलिस ने मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट मांगी है। बताया जाता है कि बच्चे पास के जंगल में हमेशा जंगली फल खाने जाया करते थे। जंगल में जांच-पड़ताल के दौरान पुलिस ने जगह-जगह शराब और बीयर की बोतलें बरामद की है। ग्रामीणों के मुताबिक घटनास्थल के आसपास हमेशा शराबियों और जुआरियों का अड्डा रहता है। इधर रिम्स में भर्ती घायल बच्चे ने कहा कि सोनू कनोज फल खिलाने की बात कहकर पहले मेरी बहन और उसकी सहेली को जंगल ले गया। कुछ देर बाद मुझे भी बुलाकर ले गया। जंगल में जब मैंने अपनी बहन को नहीं देखा तो सोनू से उसके बारे में पूछा। इसपर सोनू ने मेरी पिटाई शुरू कर दी। जबरन खींचते हुए कुल दूर ले गया और पत्थर से सिर पर हमला कर दिया जिसमें वह खून से लथपथ होकर गिर गया तो सोनू घबरा गया। उसे लगा कि मैं मर गया हूं। इसके बाद शर्ट से मेरे हाथ बांध दिये और गर्दन को पेड़ में फंसा कर भाग गया।सुबह आवाज सुनकर मैंने भी आवाज लगाई तब मां और अन्य लोग वहां पहुंचे। पुलिस ने बच्चे को पांच युवकों की तस्वीर दिखाई उसने सोनू को पहचान करते हुए कहा कि यही मुझे जंगल ले गया था और लहूलुहान कर भाग गया था। पुलिस ने उसके मोबाइल का लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की तो वह बंद मिला। कुछ देर बाद जैसे ही मोबाइल ऑन हुआ पुलिस को लोकेशन का पता चल गया और घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

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