दो मंत्रियों ने किया तजना बराज नहर के जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास

खूंटी। आखिर 50 वर्षों बाद तजना बराज नहर के दिन एकबार फिर बहुरने वाले हैं। 1970 में बनी इस नहर के जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा और जल संसाधन विभाग के मंत्री रामचंद्र सहिस ने किया। 22.08 किमी लंबी इस नहर के जीर्णोद्धार में लगभग 42 करोड़ रुपये की लागत आयेगी। पूरी नहर का पक्कीकरण किया जायेगा, ताकि पानी की बर्बादी को रोका जा सके। तजना बराज नहर से छह हजार एकड़ से अधिक भूमि की सिंचाई हो सकेगी।

गौरतलब है कि तजना बराज नहर का निर्माण 1970 में किया गया था, पर देखरेख के अभाव में नहर पूरी तरह जर्जर हो चुका है। रांची-खूंटी रोड पर तजना पुल के पास आयोजित शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि इस योजना के पूरा हो जाने से चलागी, मंदरूटोली, चिको, बरटोली, चैड़ीडीह, किंदुवाटोली, बारू, हुरलूम, पिपराटोली, हेसालोंग आदि गांवों के किसानों को सिंचाई सुविधा मिलेगी।  उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि किसानों को हर संभव सुविधा देकर उनकी आय को दुगुना किया जा सके। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द विधानसभा का चुनाव होने वाला है। आपका दायित्व है कि विकास को गति देने और अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए एक बार फिर राज्य में एनडीए की सरकार बनाने में सहयोग करें।

झारखंड हमें अनुदान में नहीं, बलिदान से मिला है: सहिस

रामचंद सहित ने कहा कि झारखंड हमें कोई अनुदान में नहीं, बल्कि बलिदान से मिला है। उन्होंने कहा कि हमें मिलजुल कर राज्य के विकास को गति देनी है। मंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार में पूरे राज्य में विकास के काम काफी तेजी से हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता की जो मांगें हैं, उन्हें पूरा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार ने झारखंड आंदोनकारियों को सम्मान देने का काम कर रही है। उन्होंने लोगों से अपील कि वे आने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए को एक बार फिर अपना आशीर्वाद दें। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय बहुत से लोग बहकाने के लिए आयेंगे, पर हमें उनके बहकावे में नहीं आना है।

This post has already been read 7865 times!

Sharing this

Related posts