नागपुर। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के सोमवार को संपन्न हुए मतदान के बाद विभिन्न टीवी चैनलों के एग्जिट पोल के आंकड़ों में भाजपा-नीत गठबंधन को 200 के आसपास सीटें मिलने का अनुमान था, लेकिन भाजपा के आंतरिक सर्वे में भाजपा-नीत गठबंधन को 160-170 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था। भाजपा के इस सर्वे को चुनावी रूझान/नतीजे एक तरह से सही साबित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का व्यक्तिगत आकलन भी भाजपा के आंतरिक सर्वे के आंकड़ों से मेल खाता है। फडणवीस का भी कहना था कि भाजपा-नीत गठबंधन को 160-170 के आसपास सीटें मिलेंगी। महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं। बहुमत का जादुई आंकड़ा 144 है। राज्य में 2014 में हुए चुनाव में 63 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इस बार तीन प्रतिशत कम वोटिंग हुई। अब तक का अनुभव रहा है कि जब भी वोटिंग कम हुई है तो भाजपा को इसका नुकसान हुआ है। इसीलिए भाजपा के आंतरिक सर्वे एग्जिट पोल के आंकड़ों से भिन्न हैं। राज्य में वोटिंग के दिन हुई बारिश के चलते कई जगहों पर लोगों ने मतदान ही नहीं किया। पिछले चुनाव में भाजपा एवं शिवसेना और कांग्रेस एवं राकांपा ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। कांग्रेस को 41 और राकांपा को 42 सीटें मिली थीं। वहीं भाजपा और शिवसेना का अलग-अलग चुनाव लड़ना भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हुआ था। इस बार के चुनाव में भाजपा ने 150 और शिवसेना ने 126 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। बाकी 12 सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ी थीं। कांग्रेस ने 147 और राकांपा ने 121 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा 260 और शिवसेना 282 सीटों पर चुनाव लड़ी थीं। भाजपा 122 और शिवसेना 63 सीटें जीती थीं। वहीं कांग्रेस 287 और राकांपा 278 सीटों पर लड़ी थी। कांग्रेस 41 और राकांपा 42 सींटें मिली थीं।
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