रांची। भारतीय कोच रवि शास्त्री ने मंगलवार को कहा कि टेस्ट सलामी बल्लेबाज की नई भूमिका में रोहित शर्मा ने स्वयं को अलग स्तर के खिलाड़ी के रूप में दिखाया और इस क्रम की चुनौती से शानदार तरीके से सामंजस्य बैठाने में सफल रहे। भारत ने यहां चौथे दिन सुबह के सत्र में तीसरा और अंतिम टेस्ट पारी और 202 रन से जीतकर श्रृंखला में दक्षिण अफ्रीका का 3-0 से क्लीनस्वीप किया। शास्त्री ने मैच के बाद आधिकारिक प्रसारणकर्ता ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘मध्यक्रम में अजिंक्य रहाणे मौजूदा है, उसे सिर्फ अपनी फार्म दोबारा हासिल करनी थी। रोहित अलग स्तर का खिलाड़ी है। एक सलामी बल्लेबाज के रूप में उसकी मानसिकता अलग होने की जरूरत थी, उसने सामंजस्य बैठाया। यह पारी की शुरुआत करने के लिए मुश्किल पिच थी लेकिन उसने झेला।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह उसके अंदर है कि मुश्किल परिस्थितियों से उसे फर्क नहीं पड़ता। इस श्रृंखला में उसने बेहतरीन प्रदर्शन किया।’’ शास्त्री ने टीम की मानसिकता की भी सराहना करते हुए कहा कि टीम घरेलू या विदेशी सरजमीं पर किसी भी हालात का सामना करने से नहीं झिझकती। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सोच यही है कि भाड़ में जाए पिच। हमें 20 विकेट लेने की जरूरत है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह मुंबई, आकलैंड, मेलबर्न है या कोई और जगह। एक बार 20 विकेट हासिल करने के बाद, हमारी बल्लेबाजी जब लय में आ जाती है तो यह फर्राटे से दौड़ती फेरारी की तरह होती है।’’ शास्त्री ने कहा, ‘‘जब आपके पास 20 विकेट चटकाने वाले पांच गेंदबाज होते हैं तो बस यही मायने रखता है।’’ भारत ने श्रृंखला में शुरू से ही दबदबा बनाया। बल्लेबाजों ने बड़ी पारियां खेली जबकि गेंदबाजों ने अनुभव और आत्मविश्वास की कमी से जूझ रहे दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों के खिलाफ नियमित रूप से सफलता हासिल की। शास्त्री ने बायें हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम की तारीफ की जिन्होंने यहां 30 बरस की उम्र में पदार्पण किया और चार विकेट चटकाए। भारतीय कोच ने कहा, ‘‘बेहद प्रभावित। कल जब उसने पहला विकेट हासिल किया जो मैं कहा था कि अगर बिशन सिंह बेदी देख रहे होते तो वह कहते शानदार बेटा। उसे बाहर से खेलते हुए देखना शानदार था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘घरेलू क्रिकेट में उसके नाम 420 से अधिक विकेट हैं, उसने लंबी दूरी तय की है। खुद है कि उसने मैच को खत्म किया। अपने घरेलू दर्शकों के सामने उसने जिस तरह की शुरुआत की वह शानदार थी।’’ शास्त्री ने कहा, ‘‘वह बिलकुल भी नर्वस नहीं था, पहले तीन ओवर मेडन थे। प्रत्येक गेंद लक्ष्य पर थी। यह उसके अनुभव के कारण है।’’ शास्त्री ने साथ ही कहा कि यह जीत टीम प्रयास का नतीजा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह टीम प्रयास है। एक कप्तान जो आगे बढ़कर अगुआई कर रहा है। आपके पास सलामी बल्लेबाज हैं जो दोहरा शतक बना रहे हैं। मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने शतक बनाए। आम तौर पर भारत में दो खिलाड़ी सुर्खियां बटोरते हैं। यहां हमारे पास छह या सात खिलाड़ी हैं। सब कुछ अच्छा चल रहा है, लुत्फ उठाओ।’’
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