- – गृहमंत्री ने कहा- विकास का विरोधी है नक्सलवाद
मुंबई। केंद्रीय गृहमंत्री एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पार्टी आदिवासियों के विकास के लिए कृतसंकल्प है। पहले आदिवासी क्षेत्र से निकलने वाली खनिज संपदा के एवज में आदिवासियों को फूटी कौड़ी भी नहीं दी जाती थी। हमने इन क्षेत्रों के विकास के कुल 531 करोड़ रुपये पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद विकास का विरोधी है। ये सभी विकास परियोजनाओं का विरोध करता है। पिछले पांच साल में मोदी सरकार ने नक्सलवाद पर लगाम कसी है। शाह शुक्रवार को गढ़चिरौली जिले के अहेरी में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार ने अपने संकल्प पत्र में कहा है कि सरकार 85 फीसदी से ज्यादा स्थानीय युवाओं को रोजगार देने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि पहले प्रचार किया जाता था कि नक्सलवाद विकास के लिए है, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि नक्सलवाद विकास का विरोधी है। ओबीसी समाज के भाई-बहनों के सम्मान के लिए कांग्रेस की सरकारों ने कुछ नहीं किया। भाजपा सरकार ने ओबीसी समाज को संवैधानिक मान्यता देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि पांच साल पहले बांस को वृक्ष की श्रेणी में रखा गया था, जिससे उसकी कटाई नहीं हो सकती थी। मोदीजी ने बांस को कृषि श्रेणी में रखकर उसे काटने की अनुमति प्रदान की। अब बांस उत्पादों से संबंधित उद्योग लगाने पर जोर दिया जा रहा है। केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा कि हमारी सरकार ने लघु वन उत्पादों को समर्थन मूल्य देने का काम किया वहीं कांग्रेस 70 साल के अंदर सिर्फ सात उत्पादों को समर्थन मूल्य देती थी। आज नरेन्द्र मोदी सरकार 50 वन उत्पादों को समर्थन मूल्य देकर आदिवासियों को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है। भाजपा सरकार ने गढ़चिरौली जिले में 1.30 लाख शौचालय बनाकर आदिवासी माताओं-बहनों को सम्मान दिया है, 48 हजार गैस के सिलेंडर देखकर माताओं को चूल्हे के धुएं से मुक्ति दिलाई है। केंद्र में कांग्रेस सरकार थी तब 13वें वित्त आयोग में महाराष्ट्र को 1.15 लाख करोड़ रुपये दिए थे। मोदीजी ने 14वें वित्त आयोग में महाराष्ट्र को 4.38 लाख करोड़ रुपये देने का काम किया है। शाह ने महाराष्ट्र के विकास के लिए भाजपा-नीत गठबंधन के उम्मीदवारों को भारी मतों से जिताने की अपील की है।
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