‘द गोल्डफिंच’ के रूपांतरण की प्रक्रिया को क्रोले ने किया याद

लॉस एंजेलिस। निर्देशक जॉन क्रोले का कहना है कि ‘द गोल्डफिंच’ उपन्यास को पढ़ने का अनुभव उनके लिए काफी यादगार रहा है और इसके ऑनस्क्रीन रूपांतरण में वह इसी बात को बनाए रखना चाहते थे। साल 2013 में प्रकाशित ‘द गोल्डफिंच’ उपन्यास की लेखिका डोना टार्ट हैं। इस उपन्यास को पुलित्जर पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। क्रोले ने इसी नाम के साथ इस पर फिल्म बनाई जिसमें ऑस्कर विजेता अभिनेत्री निकोल किडमैन और एंसेल एलगोर्ट मुख्य किरदारों में हैं। क्रोले ने कहा, “मैं उन लाखों लोगों में से एक हूं जो इस पुस्तक की सराहना करते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “इस किताब के प्रकाशित होने के साथ ही मैंने इसे पढ़ा, मैंने सोचा था कि इसमें तत्वों का उल्लेखनीय मिश्रण होगा। दुख और शर्मिदगी को देखने का इसमें एक दिलचस्प नजरिया है – इसमें एक बच्चे की मां की मौत के बाद उसकी जिंदगी एक ही जगह स्थिर हो जाती है और जैसे-जैसे वह बड़ा होता जाता है उसकी दुविधाएं और भी जटिल होती रहती है।” एलगोर्ट फिल्म में इसी लड़के की भूमिका निभाएंगे जिसकी मां की मौत एक आर्ट म्यूजियम में आतंकियों द्वारा किए गए बम धमाकों में हो जाती है। इसके बाद उस लड़के की मुलाकात एक दयालु औरत (निकोल किडमैन) से होती है जो इस दुख की घड़ी में उसका साथ देती है। वॉर्नर ब्रोस पिक्चर्स की यह फिल्म भारत में 20 सितंबर को रिलीज होगी। फिल्म के निर्देशक क्रोले ने कहा, “जब आप किसी किताब को फिल्म में तब्दील करते हैं तो यह काफी मुश्किल होता है क्योंकि इसमें उस एहसास को बनाए रखना पड़ता है जिसे आपने उस किताब को पढ़ने के दौरान महसूस किया था।”

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