रांची। रांची विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (अभाविप) के अलावा अन्य छात्र संगठनों में अभीतक कोई सक्रियता नहीं दिखाई दे रही है। इस बार छात्रसंघ चुनाव में एक लाख तीन हजार 662 विद्यार्थी मतदान करेंगे। ये सभी वोटर मिलकर 100 पदाधिकारियों का चुनाव करेंगे। इनमें पीजी विभाग से पांच, 14 अंगीभूत कॉलेज से 70 और पांच बीएड कॉलेज से 25 पदाधिकारी होंगे। यानी एक कॉलेज से पांच पदाधिकारियों का चयन होगा। इनमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव, और उपसचिव शामिल हैं।
रांची विवि ने छात्रसंघ चुनाव की तिथि घोषित कर दी है। कॉलेज और पीजी विभाग स्तर पर 19 सितम्बर को चुनाव होगा। 20 सितम्बर को मतगणना होगी। इसके बाद विवि स्तर पर प्रतिनिधियों का चयन किया जायेगा। कॉलेज स्तर पर चुने गये छात्र प्रतिनिधि 27 सितम्बर को विवि स्तर पर अपने प्रतिनिधि का चयन करेंगे।
पिछले वर्ष 2018 में रांची विवि छात्र संघ का चुनाव दिसम्बर में हुआ था। जिस कारण सात महीने में ही छात्र प्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त हो गया। पिछले वर्ष कुल 57.5 प्रतिशत ही वोटिंग हुई थी। इधर छात्रसंघ चुनाव की तिथि घोषित होने के बाद अभाविप इसकी तैयारी में पूरी तरह जुट गयी है। वहीं विवि प्रबंधन भी चुनाव शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न हो, इसे लेकर आये दिन बैठक हो रही है।
रांची विवि के प्रवक्ता प्रकाश कुमार झा ने कहा कि सभी कालेजों को जानकारी दे दी गयी है। छात्रसंघ चुनाव को लेकर विवि प्रबंधन गंभीर है। इसे लेकर विवि के कुलपति रमेश कुमार पाण्डेय लगातार आवश्यक दिशा निर्देश पदाधिकारियों को दे रहे हैं।
इधर, अभाविप को छोड़कर विभिन्न छात्र संगठनों ने छात्र संगठनों ने चुनाव की तिथि आगे बढ़ाने की मांग की है। छात्र संगठनों ने यह भी कहा है कि अगर चुनाव की तिथि आगे नहीं बढ़ती है तो वे चुनाव बहिष्कार का निर्णय लेंगे। इनमें आजसू, आदिवासी छात्र संघ, झारखंड छात्र मोर्चा सहित अन्य शामिल हैं। झारखंड में कई छात्र संगठन हैं। इनमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (अभाविप), नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई), झारखंड विकास छात्र मोर्चा (जेवीसीएम), झारखंड छात्र मोर्चा, आजसू छात्र संघ, आदिवासी छात्र संघ सहित अन्य छात्र संगठन शामिल हैं।
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