छात्रवृत्ति आवेदन फॉर्म भरने की प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगाः नकवी

नई दिल्ली । केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि छात्रवृत्ति आवेदन फ़ॉर्म को ऑनलाइन भरने में आने वाली शिकायतों को गंभीरता से लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आवेदन फॉर्म भरने की प्रक्रिया को बहुत जल्द सरल बनाया जाएगा।नकवी ने यह आश्वान उनसे मिलने गए मिशन तालीम के एक प्रतिनिधिमंडल को दिया है। प्रतिनिधिमंडल ने अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा जारी की जाने वाली छात्रवृत्ति के लिए आनलाइन आवेदन फॉर्म भरने में आने वाली दिक्कतों से नकवी को अवगत कराया है। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे इकरामुलहक ने बताया कि नकवी ने मुलाकात के दौरान हमें आश्वान दिया है कि बहुत जल्द इस समस्या का कोई हल निकल जाएगा।

उन्होंने कहा कि आनलाइन आवेदन फॉर्म भरने की प्रक्रिया को आसान बनाने की बात मंत्री ने की है।उन्होंने कहा कि हर साल की तरह इस बार भी मिशन तालीम के वॉलंटियर्स पूरे हिंदुस्तान में गरीब बच्चों का मुफ्त ऑनलाइन फॉर्म भरने और स्कॉलरशिप दिलाने में मदद करेंगे। उन्होंने बताया कि अभी कुछ दिन पहले केन्द्र सरकार की तरफ से बड़े पैमाने पर अल्पसंख्यक छात्रों को 5 करोड़ स्कॉलरशिप दिए जाने का ऐलान किया गया है। स्कॉलरशिप स्कीम के तहत एक बड़ी स्कीम है ‘बेगम हज़रत महल स्कॉलरशिप’ जो कक्षा 9 से कक्षा 12 में शिक्षा प्राप्त करने वाली बच्चियों को दी जाती है। हालांकि रकम बहुत ही छोटी है, फिर भी पिछले साल पूरे हिंदुस्तान से लगभग 4.25 लाख लड़कियों ने इसके लिए आवेदन किया था, जिसमें से क़रीब दो लाख बच्चियों को इसका फायदा मिला सका था। अब इस साल से नई दुश्वारियां पैदा हो गई हैं।

ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए सब से पहले ओटीपी जेनरेट होती है जो गार्जियन के मोबाइल पर आती है। इसको इन्टर करने के बाद ही आगे का फॉर्म भरा जा सकता है। उसके बाद आय प्रमाण पत्र, मार्कशीट, आधार, फोटोग्राफ, बैंक डीटेल, प्रिंसिपल से सर्टिफिकेट, फीस रसीद आदि को स्कैन कर के साइज़ रीडुयस करके सिस्टम में लोड करना है, जो एक जटिल समस्या है।उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान बहुत बड़ा मुल्क है और गांव कस्बों तक फैला है। उत्तर प्रदेश और बिहार के अधिकांश कस्बों में स्कैनिंग और ऑनलाइन की सुविधा नहीं है। अगर कहीं है भी तो इंटरनेट कैफे वाले इस काम के लिए मोटे पैसे मांगते हैं।

जबकि स्कॉलरशिप मिलने की गारंटी भी नहीं है। यही वजह है कि करीब एक महीना निकल जाने के बावजूद बहुत कम तादाद में स्कॉलरशिप फॉर्म भरे गए हैं। इन सारी दिक्कतों को दूर करने और प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए ही मिशन तालीम का प्रतिनिधिमंडल अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से मिला है। प्रतिनिधिमंडल में रफी सैफी, शेर मोहम्मद, मोहम्मद मूसा, मौलाना शहज़ाद, मौलाना कासिम, आबिद खान, अफजाल अंसारी, मुन्ना खान, आबाद खान, खालिद खान आदि शामिल थे।

This post has already been read 6306 times!

Sharing this

Related posts