रांची। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में गुरुवार को पार्टी के दो गुटों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गये और उनके बीच मारपीट की नौबत आ गयी। स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उत्तेजित कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। कांग्रेस से निष्कासित सुरेन्द्र सिंह और राकेश सिन्हा अपने समर्थकों के साथ पार्टी कार्यालय के समक्ष निष्कासन के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान रांची महानगर कांग्रेस अध्यक्ष संजय पाण्डेय और सुरेन्द्र सिंह व राकेश सिन्हा के समर्थकों के बीच हाथापाई हुई। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। जिसके बाद दोनों के समर्थकों ने जमकर एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान सुरेन्द्र सिंह व राकेश सिन्हा के समर्थकों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार गो बैक के नारे लगाये। विरोध कर रहे नेताओं ने कहा कि अजय कुमार ने झारखंड में कांग्रेस की नैया डुबो दी है, उन्हें तत्काल अध्यक्ष पद से हटाया जाना चाहिए। प्रदर्शन के दौरान एक फोटो जर्नलिस्ट जावेद को चोट लग गयी। प्रदर्शन कर रहे कर्यकर्ताओं में से किसी ने पत्थरबाजी की जिससे फोटो जर्नलिस्ट की आंख के ऊपर गंभीर चोट लगी। उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया। राकेश सिन्हा का कहना है कि हमलोगों का निष्कासन पूरी तरह से अवैध और अमान्य है। यह कांग्रेस के संविधान में नहीं है। उन्होंने कहा कि जब किसी का निष्कासन होता है, तो उसे शो कॉज किया जाता है। अगर वह दो सप्ताह के अंदर जवाब देता है तो महानगर या कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक होती है। उसमें जवाब रखा जाता है और उसके बाद निर्णय लिया जाता है। लेकिन हमलोगों को न ही शो कॉज किया गया और न ही किसी प्रकार का नोटिस दिया गया। इसलिए हम कांग्रेस कार्यकर्ता थे, हैं और रहेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार झारखंड में कांग्रेस के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। अजय कुमार को अध्यक्ष पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि हमलोगों का निष्कासन हुआ ही नहीं है। निष्कासन से पहले शो कॉज की प्रक्रिया है, जो नहीं की गयी। इसलिए हम यह नहीं मानते हैं कि हमारा निष्कासन हुआ है। अजय कुमार को कुछ ही दिन हुआ है कांग्रेस में आये हुए, वह हमें क्या निकालेंगे। कांग्रेस हमारे डीएनए में है। इन्हें कांग्रेस का संविधान नहीं पता है। इधर, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष संजय पाण्डेय ने कहा कि यह राहुल गांधी वर्सेज सुबोधकांत सहाय की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि यह दोनों सुबोधकांत सहाय के समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि अगर सुबोधकांत सहाय को हटाने के लिए महानगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जरूरत पड़ी तो तैयार हैं। इधर कांग्रेस भवन में हो रहे प्रदर्शन के कारण श्रद्धानंद रोड पूरी तरह से जाम रहा। इस दौरान वाहनों की लंबी कतारें लग गयी। हालांकि वहां पहले से ही कोतवाली इंस्पेक्टर एस मंडल सहित दर्जनों पुलिसकर्मी तैनात थे।
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