न्यूयॉर्क। अमेरिका में आईटी कंसल्टेंट के तौर पर काम करने वाले भारतीय मूल के एक व्यक्ति को कई अरब डॉलर की फर्जी रिश्वत योजना चलाने का दोषी पाया गया है और उसे इसके लिए उसे कम से कम 20 साल कैद की सजा हो सकती है। न्यू जर्सी में रहने वाले शिवानंद महाराज को ई-मेल धोखाधड़ी और कर्मचारियों के लाभ के लिए बनाई गई योजना के संचालन को प्रभावित करने के लिए रिश्वत देने का दोषी पाया गया है। इस मामले में कम से कम 25 साल कैद की सजा हो सकती है। न्यूयॉर्क के लिए अमेरिकी अभियोजक जियोफ्री बेर्मान ने कहा कि उसे दिसंबर में सजा सुनाई जाएगी। महाराज के साथ साजिश करने वाले एनरिको रुबानो ने मुकदमे से ठीक पहले इसी तरह के अपराधों में अपना दोष स्वीकार कर लिया। वह संघीय पेंशन एवं स्वास्थ्य सेवा निधि के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग का निदेशक था।
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