कोलकाता । पश्चिम बंगाल के 28वें राज्यपाल के रूप में जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को शपथ ली है। कोलकाता के राजभवन में दोपहर 12:30 बजे कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश टीबीएन राधाकृष्णन ने उन्हें राज्यपाल के तौर पर शपथ दिलाई।
इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके मंत्रिमंडल के कई अन्य सदस्य भी मौजूद थे। शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री ने राज्यपाल का स्वागत किया और मंत्रिमंडल के सदस्यों से परिचय करवाया। इस मौके पर विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान सहित अन्य पार्टियों के प्रतिनिधि मौजूद थे। राज्यपाल के रूप में शपथ लेने के साथ ही राज्य के 16 विश्वविद्यालयों के कुलपति भी बन गए हैं। इसके अलावा विक्टोरिया मेमोरियल हॉल, भारतीय संग्रहालय, रामकृष्ण मिशन इंस्टीट्यूट ऑफ कल्चर, ईस्टर्न जोनल कल्चरल सेंटर, मौलाना अबुल कलाम आजाद इंस्टिट्यूट ऑफ़ एशियन स्टडीज, कलकत्ता कल्चरल सेंटर जैसे कुछ संगठनों के अध्यक्ष भी बन गए हैं।
जगदीप धनखड़ ने 1977 में राजस्थान उच्च न्यायालय में वकालत करने की शुरुआत की थी। 1986 में महज 35 वर्ष की उम्र में उन्होंने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पद का चुनाव जीता था। बार काउंसिल के सदस्य रहे हैं। वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता हैं और इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन (पेरिस) के सदस्य भी हैं। 9वीं लोकसभा के लिए राजस्थान के झुंझुनू संसदीय सीट से जनता दल के उम्मीदवार के तौर पर विजयी हुए थे। उसी दौरान कुछ समय के लिए वीपी सिंह की सरकार में संसदीय कार्य उपमंत्री बने थे। 1993 में अजमेर के किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर विधायक थे। 2003 में वसुंधरा राजे के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली थी। उसके बाद से लगातार भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में शामिल रहे हैं।
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