रोने लगे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

रायपुर। प्रदेश के मुख्यमत्री भूपेश बघेल शनिवार को उस समय रोने लगे जब कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में वे कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे। मौका था नये प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के पदभार ग्रहण समारोह का। नये अध्यक्ष के पदभार ग्रहण से पहले मुख्यमंत्री अपने बीते दिनों के संघर्ष की बात करते हुए भावुक हो गये। और काफी देर तक उनके आंखों से आंसू निकलते रहे।

इस मौके पर सरकार के मंत्री और कांग्रेस के शीर्ष नेता राजीव भवन में मौजूद थे। बड़ी तादात में मिडिकर्मी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री बघेल ने भावुक होते हुये कहा कि टीएस सिंहदेव अगर साथ नहीं होते तो शायद आज इतनी बड़ी जीत नहीं हो पाती। जैसे ही मुख्यमत्री ने ये बात कही उनके आंखो से आसू आने लगे। विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करने वाली कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमने असंभव को संभव कर दिखाया।

विधानसभा में मिली जीत को उन्होंने कांग्रेस से जुड़े सभी लोगों की जीत करार दिया। उन्होंने कहा कि हमारे कड़ी मेहनत और संघर्ष का असर है, जिससे आज राज्य में कांग्रेस सत्ता में आ पाई। सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने खूब मेहनत की और पसीना बहाया है। मोहन मरकाम कोंडागांव से दो बार विधायक रह चुके हैं। शनिवार को राजीव भवन में शपथ ग्रहण का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में दिल्ली से आये प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के साथ प्रदेश के लगभग सभी कांग्रेस नेता भी मौजूद हैं।

भूपेश बघेल ने मरकाम की प्रशंसा करते हुए कहा कि चुनावी दिनों में मोहन मरकाम हर पद यात्रा में उनके साथ रहे। मुझे विश्वास है कि मरकाम बेहतर काम करेंगे। उल्लेखनीय है कि बस्तर के आदिवासी क्षेत्र से आने वाले मोहन मरकाम को कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। विधानसभा और लोकसभा के बीते चुनावों में आदिवासी वोट बैंक कांग्रेस के पक्ष में रहा है। इसी मुद्दे को भुनाते हुए कांग्रेस ने आदिवासी पर दावं चला है, जिसे ‘गेम चेंजर’ माना जा रहा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी बस्तर संभाग के आदिवासी चेहरा हैं।

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