मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किया रिम्स का औचक निरीक्षण

रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मंगलवार को रिम्स (राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि रिम्स को हमें प्रोफेशनल तरीके से चलाना है। राज्यभर से लोग यहां इलाज कराने आते हैं। लोगों को अच्छा इलाज और अच्छी व्यवस्था मिले। इसके लिए हमसब को मिलकर प्रयास करना होगा। रिम्स में भी लोगों निजी अस्पतालों जैसी व्यवस्था मिले। इसके लिए रिम्स प्रशासन कड़ाई के साथ व्यवस्था लागू करे। एक मरीज के साथ एक ही अटेंडेंट रहे। इसे सुनिश्चित करें। इमरजेंसी में भी यह नियम लागू करायें। औचक निरीक्षण के दौरान ये बातें उन्होंने रिम्स के निदेशक डॉ. दिनेश कुमार सिंह से कहीं। निरीक्षण के दौरान रिम्स निदेशक डॉ. दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि रिम्स की ओपीडी काफी पुरानी हो चुकी है। यहां मरीजों व उनके परिजनों के बैठने आदि के लिए समुचित व्यवस्था नहीं हो पा रही है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नयी और बड़ी ओपीडी बनाने के लिए जरूरी प्रक्रिया पूरी करें। सरकार पूरी तरह से सहयोग करेगी। रिम्स में मरीजों के परिजनों के लिए वेटिंग रूम बनायें। वहां पानी, शौचालय के साथ ही सस्ती दर पर भोजन की भी व्यवस्था करें। मुख्यमंत्री दास ने कहा कि ज्यादा भीड़ रहने से न केवल चिकित्सकों को इलाज करने में परेशानी होती है, बल्कि मरीज को भी शोरगुल से परेशानी होती है। मरीज के परिजन इसमें रिम्स प्रबंधन का सहयोग करें। रिम्स प्रबंधन लोगों को पास जारी करे। गेट पर पास दिखाकर ही मरीज के परिजन को अंदर जाने दें। बीच-बीच में जांच करते रहे कि कोई अतिरिक्त व्यक्ति तो अंदर नहीं आ गया है। ऐसे लोगों से बाहर जाने का अनुरोध करे। नहीं मानने पर कड़ाई से उन्हें बाहर करें।

इमरजेंसी में तत्काल पंखे लगवायें, सेंट्रलाइज्ड एसी लगेगी
औचक निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री दास ने निर्देश दिया कि जबतक एसी नहीं लग जाती है, तब तक तत्काल पंखे लगवायें। पहले से ही घायल या बीमार मरीज को गर्मी से और ज्यादा परेशानी होती है। साथ ही पूरे रिम्स में सेंट्रलाइज्ड एसी लगाने व अन्य जरूरी कार्यों के लिए लागत का अनुमान लगाकर दें। राज्य सरकार सीएसआर समेत अन्य साधनों से इस राशि की व्यवस्था करेगी। उन्होंने रिम्स परिसर को साफ-सुथरा रखने का भी निर्देश दिया।

चिकित्सक भगवान के रूप होते हैं, गरीब और असहाय लोगों की सेवा करें उनका आशीर्वाद बहुत फलेगा

वार्ड में उपस्थित चिकित्सकों से मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉक्टर भगवान का रूप माने जाते हैं। गरीब और असहाय की सेवा करें। इनसे जो आशीर्वाद मिलेगा, वह बहुत फलेगा। वे लगातार मरीजों के संपर्क में रहें। गरीब के चेहरे पर मुस्कान देखने से जो सुकून मिलेगा, वह सुकून किसी ओर चीज से नहीं मिल सकता है। चिकित्सक रोजाना समय से वार्ड का भ्रमण करें।

This post has already been read 9091 times!

Sharing this

Related posts