पश्चिम बंगाल में “आपातकाल” जैसे हालात : जावड़ेकर

नई दिल्ली पश्चिम बंगाल की मौजूदा स्थिति को लेकर केंद्र सरकार ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेतृत्व वाली ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वहां हालात “आपातकाल” के समान हैं। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राज्यसभा के बाहर मीडिया से बात करते हुए  कहा, जिस तरह से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य में चीजों का संचालन कर रही हैं, वह किसी आपात स्थिति से कम नहीं है। जावड़ेकर का यह बयान पश्चिम बंगाल में  राजनीतिक हिंसा में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याओं के मद्देनजर आया है। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकसभा चुनावों में टीएमसी को पछाड़कर 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले एक महीने में भाजपा के चार कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद राज्य सरकार से सहयोग मांगा है। वहीं पश्चिम बंगाल सरकार ने रविवार को केंद्र को आश्वासन दिया कि वह सहयोग करेगी। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के 44  साल पूरे होने के मौके पर जावड़ेकर ने कहा,  25 जून 1975 को कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर स्वतंत्र हिंदुस्तान में एक ही बार में डॉ बाबा साहेब अम्बेडकर द्वारा रचित संविधान के अनेक प्रावधानों को खत्म कर दिया। प्रेस की स्वतंत्रता और बोलने की स्वतंत्रता को खत्म कर दिया और सेंसरशिप लगा दी गई। पुलिस अधिकारी समाचार पत्रों के दफ्तरों में बैठने लगे। हज़ारों लोगो को जेल में डाला गया। उन्होंने कहा कि इस दौरान लोकसभा चुनाव पांच साल के बाद नहीं हुए, उसको आगे बढ़ा दिया गया। लोकसभा चुनाव स्थगित होने के विरोध में बहुत सारे वरिष्ठ नेताओं ने इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी। इस आपातकाल के विरोध में जय प्रकाश नारायण, अटल बिहारी वाजपेयी, मोराजी देसाई और अनेक नेताओं ने विरोध किया।

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