आरबीआई करेगा पॅालिसी दरों में 0.25 फीसदी की कटौती या करना होगा इंतजार

  • आज से मौद्रिक समीक्षा नीति की बैठक

नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) से एक बार फिर सस्‍ते कर्ज का तोहफा मिल सकता है. आरबीआई की चालू वित्‍त वर्ष की दूसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा नीति की बैठक सोमवार से शुरू है। इस बैठक के नतीजों का ऐलान गुरुवार छह जून को होगा। ऐसा माना जा रहा है कि पॉलिसी दरों में 0.25 फीसदी की कटौती हो सकती है। यदि आरबीआई ऐसा करता है तो ये लगातार तीसरा मौका होगा जबकि ब्याज दरों में कटौती होगी। एक्‍सपर्ट का मानना है कि अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए रिजर्व बैंक रेपो रेट में कटौती का कदम उठा सकता है। बता दें कि हाल में आई चौथी तिमाही के जीडीपी (GDP) के आकड़ों से साफ है कि अर्थव्यवस्था में सुस्ती है, ऐसे में कर्ज सस्ता कर डिमांड बढ़ाने का कदम केंद्रीय बैंक की तरफ से उठाया जा सकता है। जानकारों का भी कहना है कि फाइनेंशियल ईयर 2018-19 की चौथी तिमाही में आर्थिक विकास दर (जीडीपी)  पांच साल के निचले स्तर पर आ गई है, जिसके चलते रिजर्व बैंक की ओर से ब्याज दरों में कटौती की गुंजाइश बढ़ी है। एमपीसी की पिछली दो बैठकों में भी पॉलिसी रेट में 0.25-0.25 फीसदी की कटौती की जा चुकी है। नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली सरकार के दूसरे कार्यकाल में यह पहली मौद्रिक समीक्षा है।
इकोनॉमी में सुस्ती रोकने के लिए कटौती है जरूरी 
देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी हालिया शोध रिपोर्ट में कहा था कि रिजर्व बैंक को ब्याज दरों में बड़ी कटौती करनी होगी. यह कटौती  0.25 फीसदी से अधिक, जिससे अर्थव्यवस्था में सुस्ती को रोका जा सके. बता दें कि फाइनेंशियल ईयर 2019 की चौथी तिमाही में विकास दर घटकर 5.8 फीसदी पर आ गई. जबकि पूरे फाइनेंशियल ईयर के लिए विकास दर 6.8 फीसदी पर रही, जो कि पांच साल में सबसे कम है.

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