दूध प्रसंस्करण और क्षमता विस्तार पर अमूल खर्च करेगी 600-800 करोड़ रुपये

नई दिल्ली । गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) वित्त वर्ष 2018-19 में नए दूध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित करने और मौजूदा इकाइयों के क्षमता विस्तार पर 600-800 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। कंपनी के प्रबंध निदेशक आर एस सोढ़ी ने सोमवार को यह जानकारी दी।आर एस सोढ़ी ने कहा कि अमूल का कारोबार चालू वित्त वर्ष में 20 प्रतिशत बढ़कर 40,000 करोड़ रुपये पर पहुंचने की उम्मीद है। सोढ़ी ने कहा कि हम इस वित्त वर्ष में क्षमता विस्तार पर 600 से 800 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। उन्होंने कहा कि कंपनी दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के आसपास नए संयंत्र लगाना चाहती है। उन्होंने कहा कि बीते वित्त वर्ष में बिक्री बढ़ने की वजह से कंपनी की आमदनी बढ़ी और कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई। हालांकि, चालू वित्त वर्ष में हम मात्रा और मूल्य दोनों में कारोबार वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि गत सप्ताह अमूल ने दिल्ली-एनसीआर, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में दूध के दाम में दो रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की है। इससे पहले कंपनी ने मार्च, 2017 में दूध के दाम बढ़ाए थे। अमूल की सदस्‍य यूनियनों ने वर्तमान में 350 लाख लीटर प्रतिदिन की दूध प्रोसेसिंग क्षमता को अगले दो सालों में बढ़ाकर 380-400 लाख लीटर प्रतिदिन करने की योजना बनाई है।

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