पटना : बिहार में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के नेता उपेंद्र कुशवाहा को रविवार को उस समय बड़ा झटका लगा, जब उनकी पार्टी के दोनों विधायकों ने सत्तारूढ़ दल जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में शामिल हो गये. बिहार विधानसभा में रालोसपा के खाते में मात्र दो ही विधायक थे, जो अब जेडीयू में शामिल हो गए.
बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने रालोसपा के चिनारी से विधायक ललन पासवान और हरलाखी से विधायक सुधांशु शेखर को जदयू में विधिवत शामिल होने से संबंधित अधिसूचना जारी कर दी. इसी के साथ रालोसपा के विधायक दल का जेडीयू विधायक दल में विलय हो गया. बिहार विधानसभा अध्यक्ष ने इसी के साथ रालोसपा के दोनों विधायकों को जेडीयू के साथ बैठने की स्वीकृति दे दी.
वहीं, विधान परिषद में रालोसपा के एकमात्र सदस्य संजीव श्याम सिंह भी जदयू में शामिल हो गए. श्री सिंह ने भी विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारून रशीद के समक्ष जदयू में शामिल होने की अर्जी दी थी, जिसे स्वीकार करते हुए आज अधिसूचना जारी कर दी गई.
उल्लेखनीय है कि रालोसपा अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के राजग से नाता तोड़ने के बाद पार्टी के दोनों विधायक एवं विधान पार्षद ने एक अलग गुट बना लिया था, जिसके सदन में रालोसपा से अलग बैठने की व्यवस्था भी की गई थी. लोकसभा चुनाव में रालोसपा के करारी हार के बाद इन दो विधायक और विधान पार्षद का जदयू में विलय हो गया. अब यह दोनों विधायक और विधान पार्षद विधानसभा एवं विधान परिषद में जदयू के सदस्यों के साथ ही बैठेंगे.
बिहार विधानसभा में फिलहाल आरजेडी के 80, जेडीयू के 71, रालोसपा के 2 (अब जेडीयू में), कांग्रेस के 27, लोजपा के 2, हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (1) और अन्य के खाते में 7 विधायक हैं. इस तरह रालोसपा के दो विधायकों के विलय के बाद जेडीयू की संख्या अब 73 हो गई है. इस बार रालोसपा आरजेडी गठबंधन के साथ चुनाव लड़ी थी. सीटों के बंटवारे को लेकर एनडीए से उनकी अनबन हुई थी, जिसके बाद उन्होंने एनडीए छोड़कर गठबंधन का दामन थाम लिया था. लेकिन उपेंद्र कुशवाहा एक साथ दो सीटों पर खड़े हुए और दोनों जगह से चुनाव हार गए.
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