रांची : पानी को लेकर देश के कई राज्यों में हाहाकार मचा है. झारखंड में भी कमोबेश ऐसे ही हालात है. राजधानी रांची में कई तालाब हुआ करते थे, जिसमें से आधे तो विलुप्त हो चुके हैं, बाकी बचे कई बड़े तालाब पूरी तरह सूख चुके हैं.
रांची का कडरू तालाब पूरी तरह सूख चुके हैं. कई तालाब के आसपास की आबादी से बोरिंग फेल होने की शिकायतें अभी से आने लगी है. चुटिया तालाब भी आधा सूख चुका है. आसपास की बहुमंजिला इमारतों से घिरा चुटिया तालाब एक जमाने के बाद सूखा है. रांची में कभी छोटे बड़े 81 तालाब हुआ करते थे, जिनमें से आधे तो विलुप्त हो चुके हैं. जियोलॉजिस्ट नीतीश प्रियदर्शी तालाबों के सूखने को बड़ी चिंता की बात मानते हैं.
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