हेलीकॉप्टर लैंडिंग की अनुमति नहीं मिलने पर लखनऊ से ममता पर बरसे योगी, कहा- राज्य सरकार के दिन गिने चुने

कोलकाता : दक्षिण दिनाजपुर जिला अंतर्गत बालूरघाट में जनसभा के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हेलीकॉप्टर लैंडिंग की अनुमति नहीं मिलने के बाद उन्होंने लखनऊ से ऑडियो उपस्थिति के जरिये विशाल जनसभा को संबोधित किया है । उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जनविरोधी और लोकतंत्र का सम्मान नहीं करने वाली करार दिया और कहा कि अब तृणमूल की सरकार के दिन गिने-चुने रह गए हैं।
दरअसल हेलीकॉप्टर लैंडिंग की अनुमति नहीं मिलने की वजह से आदित्यनाथ इस रैली में शामिल नहीं हो सके। लखनऊ से उन्होंने फोन पर ही जनसभा को संबोधित किया। वह जिस फोन पर थे, उसके स्पीकर को ऑन कर एंप्लीफायर के जरिए माइक पर रखा गया था। इसी तरीके से उन्होंने बालूरघाट की जनसभा को संबोधित किया है ।   इस दौरान आदित्यनाथ ने गत 19   जनवरी को कोलकाता के सबसे बड़े ब्रिगेड परेड मैदान के मंच पर एकत्रित हुए विपक्षी नेताओं पर कटाक्ष करते   हुए कहा कि उन नेताओं को देखना चाहिए कि किस   तरह से अपने राज्य में ममता बनर्जी लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही हैं। पिछले महीने कोलकाता में ही ममता की एंटी-बीजेपी ‘यूनाइटेड इंडिया रैली’ में शामिल हुए विपक्षी पार्टियों के नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने  कहा कि लोकतंत्र में तृणमूल कांग्रेस    और   ममता बनर्जी का विश्वास नहीं है। उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग लोकतंत्र के नाम पर ममता के मंच पर थे, वे अपने गिरेबां में झांकें।
ऑडियो लिंक के जरिए रैली को संबोधित करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार ने मुझे आने और आप सभी से मिलने की अनुमति नहीं दी। इस कारण मुझे आपको संबोधित करने के लिए मोदी-जी के डिजिटल इंडिया का सहारा लेना  पड़ा। यह तृणमूल कांग्रेस सरकार जनविरोधी तथा लोकतंत्र विरोधी है और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता किया है ।   उन्होंने कहा कि  तृणमूल कांग्रेस सरकार भाजपा से डरती है, क्योंकि वह अच्छी तरह से जानती है कि बंगाल में उसके दिन गिने जा रहे हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल के तृणमूल कांग्रेस सरकार पर अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण के लिए दुर्गा पूजा रोकने का आरोप लगाया और भाजपा कार्यकर्ताओं से कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि पार्टी राज्य में अगली सरकार बनाए।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को याद रखना चाहिए कि वह राज्य में सरकार और उसकी एजेंसियों का दुरुपयोग नहीं कर सकती हैं। यह शर्मनाक है कि सरकारी अधिकारी राज्य में तृणमूल कांग्रेस के कैडर के रूप में काम कर रहे हैं।
आदित्यनाथ ने कहा कि में ममता की अगुवाई वाली यह जनता विरोधी, जनतंत्र विरोधी, अराजकता को बढ़ावा देने वाली और राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले तत्वों को बढ़ावा देने वाली सरकार भाजपा से घबरा गई है। इसीलिए पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रथ यात्रा को रोका और अब मुझे रोक रहे हैं। लोकतंत्र में आपसी मतभेद हो सकते हैं लेकिन आवाज को कैसे दबाया जाता है और कैसे सरेआम चुनाव लड़ने वाले विरोधी दल के कार्यकर्ताओं को बंधक बनाया जाता है, निर्मम हत्या की जाती है, यह तांडव तृणमूल कांग्रेस सरकार में पश्चिम बंगाल में लगातार दिख रहा है। उन्होंने कहा कि बंगाल में जो चल रहा है, उसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे के कार्यक्रमों में शामिल होने का वादा भी किया और साथ ही तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ सड़कों पर लड़ाई बढ़ाने का वादा किया।
उन्होंने शारदीय नवरात्र में दुर्गा मां की पूजा को रोकने का आरोप लगाते हुए कहा कि कलकत्ता हाई कोर्ट को भी सरकार को कठघरे में खड़ा करना पड़ा, क्योंकि सरकार जनभावनाओं का निरादर कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार जनभावनाओं को दबा रही है।
बंगाल में अगली बार भाजपा की सरकार बनाने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि जिस मजबूती के साथ बंगाल के कार्यकर्ताओं ने तृणमूल कांग्रेस के गुंडों का मुकाबला किया, उसके लिए आपका अभिनंदन करता हूं। बंगाल में भाजपा सरकार आएगी। ममता और तृणमूल कांग्रेस गलतफहमी के शिकार हैं। यह न भूलें कि भाजपा 16 राज्यों में शासन कर रही है। उन्होंने हाल में ही संसद में पेश हुए बजट की तारीफ की और कहा कि बजट के माध्यम से 12 करोड़ किसानों को सीधे लाभ होगा। 10 करोड़ मजदूरों को 60 साल की उम्र के बाद तीन हजार रुपये की मासिक पेंशन मिलेगी। चार करोड़ छोटे व्यापारियों की सुरक्षा की गारंटी होगी और मध्यम वर्ग के परिवारों के नौकरी-पेशा लोगों को आयकर की सीमा में छूट मिलेगी। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने पश्चिम बंगाल की भी जमकर तारीफ की और कहा कि बंगाल देश की बौद्धिक संपदा का स्थल रहा है। उन्होंने कहा कि बंगाल रामकृष्ण मिशन, विवेकानंद और श्यामाप्रसाद मुखर्जी की भूमि है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बंगाल के बेटे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न देकर बंगाल को सम्मानित किया है। भाजपा कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि जिस आत्मविश्वास के साथ भाजपा के कार्यकर्ता बंगाल में लड़ाई लड़ रहे हैं, वह जारी रहनी चाहिए। योगी ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल की सत्ता पर भाजपा का आना तय है।
अमित शाह के हेलीकॉप्टर को भी नहीं मिली थी लैंडिंग की अनुमति
उल्लेखनीय है कि ऐसा पहली बार नहीं है जब भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को पश्चिम बंगाल की सीमा में लैंडिंग की अनुमति नहीं दी गई है बल्कि इसके पहले गत 22 जनवरी को भी मालदा जिले में जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जनसभा के लिए पहुंचने वाले थे तो जनसभा के ऐन पहले तक राज्य सरकार ने अनुमति नहीं दी थी। जिला प्रशासन की ओर से बताया गया था कि मालदा एयरपोर्ट पर मरम्मत का काम होने की वजह से हेलीकॉप्टर लैंडिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि जब जमीनी स्तर पर इसका जायजा लिया गया तो पता चला कि किसी तरह की कोई मरम्मत का काम हो ही नहीं रहा था। हालांकि जब भाजपा ने बीएसएफ से हेलीपैड के इस्तेमाल के अनुमति मांग ली थी तब राज्य सरकार ने चौतरफा आलोचना के बाद जनसभा से ऐन पहले हेलीकॉप्टर लैंडिंग की अनुमति दे दी थी। उसके दूसरे दिन यानी 23 जनवरी को बीरभूम में अमित शाह की जगह केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का हेलीकॉप्टर लैंड नहीं कर पाया था, क्योंकि राज्य प्रशासन ने लैंडिंग के लिए पुख्ता लाइटिंग की व्यवस्था नहीं की थी।
उसी दिन झाड़ग्राम जिले में भी स्मृति ईरानी के हेलीकॉप्टर को पहले लैंडिंग की अनुमति नहीं दी गई थी और बाद में कलाइकुंडा में एयर फोर्स स्टेशन पर केंद्रीय मंत्री के हेलीकॉप्टर को उतारना पड़ा था। अब इसी तरह से योगी आदित्यनाथ के हेलीकॉप्टर को भी राज्य प्रशासन ने उतरने की अनुमति नहीं दी। दरअसल रेलवे के जिस मैदान में योगी आदित्यनाथ की सभा हुई है वहां हेलीकॉप्टर लैंडिंग की अनुमति एक फरवरी को ही नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे की ओर से दे दी गई थी लेकिन लैंडिंग से पहले राज्य प्रशासन की अनुमति की जरूरत पड़ती है। भाजपा का दावा है कि इसके पहले राज्य सरकार ने इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं किया था और जनसभा से ऐन पहले योगी आदित्यनाथ के हेलीकॉप्टर को लैंडिंग नहीं करने देने की जानकारी प्रशासन की ओर से दी गई।
प्रदेश भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राहुल सिन्हा ने कहा कि ममता बनर्जी भाजपा के उफान से इतना अधिक डर गई हैं कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को किसी भी तरह से बंगाल की सीमा में घुसने से रोकने के लिए राज्य प्रशासन का इस्तेमाल करने लगी है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से प्रत्येक राजनीतिक पार्टी को हर जगह जनसभा करने का अधिकार है। राज्य सरकार को सुरक्षा और अन्य सुविधाएं सुनिश्चित करनी चाहिए लेकिन सत्ता में रहने की वजह से ममता सरकार भाजपा को रोकने के लिए अपनी शक्ति और सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कर रही है। इसे लेकर आदित्यनाथ ने भी अपनी सभा से ममता पर हमला बोला है। उन्होंने भाजपा के कार्यकर्ताओं को प्रेरित करते हुए कहा कि अब जब ममता भाजपा से डरने लगी हैं तो इसका मतलब साफ है कि उनकी सत्ता जाने वाली है। इसीलिए भाजपा कार्यकर्ताओं को डरने की जरूरत नहीं बल्कि 2019 में पश्चिम बंगाल में भी कमल खिलाने के लक्ष्य से काम करना होगा। हिन्दुस्थान 

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