20 साल में 9 ट्रांसफर, 14 वर्ष गृह जिले में कार्यरत लिपिक राजेंद्र

रांची। लिपिक के पद पर कार्यरत दुमका के रसिकपुर का रहने वाला राजेंद्र राणा पावरफुल होने के वजह से उसने अपने पैतृक जिला दुमका में 14 साल की नौकरी की और वर्तमान में भी दुमका में ही कार्यरत है। वर्ष 1999 में नौकरी में आने वाले इस लिपिक का 20 साल में नौ बार स्थानांतरण हुआ, जिसमें दुमका में ही छह टर्म अलग-अलग जगहों पर पदस्थापन हुआ। इस तरह दुमका में 14 साल अपनी नौकरी की। इसके अलावा गिरिडीह में एक साल, साहिबगंज में दो साल व पलामू में तीन साल तक नौकरी की। सितंबर 2016 से जुलाई 2019 तक पलामू के छतरपुर स्थित अनुमंडल कल्याण कार्यालय में पदस्थापित रहे इस लिपिक राजेंद्र राणा का एक अगस्त 2019 से पुन: दुमका के जिला कल्याण कार्यालय में पदस्थापित कर दिया गया है। अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने 31 जुलाई को तीन लिपिकों का स्थानांतरण किया है। इनमें सुरेश कुमार राम को जमशेदपुर से सरायकेला-खरसांवा, वीरेंद्र कुमार दास को सिमडेगा से खूंटी व राजेंद्र राणा को पलामू से दुमका किया है। राजेंद्र राणा का फिर दुमका में स्थानांतरण विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है।

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