मांगों को लेकर 67000 पारा शिक्षकों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन क्रमिक अनशन

रांची । झारखण्ड के 67000 पारा शिक्षक स्थायीकरण एवं वेतनमान की मांगों को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन क्रमिक अनशन पर बैठ गए हैं। चुनाव से ठीक पहले पारा शिक्षकों के इस रुख से प्रदेश की रघुवर सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।राज्यभर के पारा शिक्षकों ने चरणबद्ध तरीके से आमरण अनशन पर जाने की घोषणा के साथ आज पलामू और कोल्हान परमंडल के हजारों शिक्षकों ने रांची के हरमू मैदान में क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। आंदोलनकारी शिक्षकों ने सरकार को उनकी मांगें पूरी होने तक अनशन जारी रखने की चेतावनी दी है।

पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा प्रदेश कमेटी सदस्य ऋषिकेश पाठक का कहना है कि सरकार ने उनके साथ छल किया है। 17 जनवरी को सरकार और शिक्षकों के बीच समझौता हुआ था, जिसमें नियम बनाकर शिक्षकों को छत्तीसगढ़ और बिहार की तर्ज़ पर झारखंड के पारा शिक्षकों का भी स्थायीकरण और वेतनमान फिक्स्ड करने पर सहमति बनी थी लेकिन 9 माह बाद भी सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया। संगठन की सरायकेला अध्यक्ष प्रभा मंडल और संगठन के पलामू प्रमंडल के अध्यक्ष मनोज सिंह सरकार और भाजपा को खुली चुनौती देते हुए कहा कि 65 पार का दावा करने वाली भाजपा को विधानसभा चुनाव में शून्य पर आउट होना होगा, अगर सरकार ने चुनाव की घोषणा से पहले शिक्षकों की मांगें नहीं मानीं।बहरहाल, राज्यभर के पारा शिक्षक अगर अपनी मंगों पर अड़े रहते हैं और सरकार उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं करती है तो भाजपा को जल्द ही होने जा रहे विधानसभा चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है।

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