देश में प्रतिदिन 25 हजार टन प्लास्टिक कचरा होता है इकट्ठा : प्रकाश जावड़ेकर

-प्लास्टिक की समस्या से निपटने के लिए पर्यावरण मंत्रियों की बैठक जल्द

नई दिल्लीकेन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को बताया कि प्रतिदिन देश में 25 हजार टन प्लास्टिक कचरा इकट्ठा होता है, जिसमें से 40 प्रतिशत का उचित प्रबंधन नहीं होता और वह पर्यावरण को दूषित करता है। प्रकाश जावड़ेकर ने प्रश्नकाल के दौरान सदन को बताया कि तेजी से बढ़ती उपभोक्ता उत्पाद क्षेत्र में प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग के चलते प्लास्टिक की मांग बढ़ी है, जिससे अप्रत्यक्ष तौर पर प्लास्टिक कचरे का प्रबंधन एक चुनौती बन गया है। जावड़ेकर ने कहा कि सरकार सभी राज्यों के पर्यावरण मंत्री के साथ एकल उपयोग प्लास्टिक और ठोस कचरा प्रबंधन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए अगले महीने बैठक बुलाएगी। प्रश्नकाल के दौरान जावड़ेकर ने कहा कि बिना प्लास्टिक कचरा प्रबंधन के प्लास्टिक नालों, सड़कों और अन्य स्थानों पर इकट्ठा होता है। उन्होंने बताया कि हर साल 30 करोड़ मोबाइल फोन कचरा बन जाते हैं और उन्हें रिसाइकल करना एक बड़ा मुद्दा है। जावड़ेकर ने सदन को बताया कि सरकार पर्यावरण में विलीन हो जाने वाले बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक के विकल्प को खोज रही है। इस दौरान सदन के सदस्यों ने सुझाव दिया कि दैनिक उपयोग में प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करना चाहिए और उसके स्थान पर जूट का प्रयोग होना चाहिए। वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नों की बढ़ती संख्या को देखते हैं कहा कि इस विषय पर ज्ञान चर्चा के लिए अलग से समय तय किया जाएगा।

This post has already been read 6361 times!

Sharing this

Related posts