नई दिल्ली । देश के प्रमुख 12 प्रमुख बंदगाहों पर माल की ढुलाई (माल को चढ़ाना या उतारना) इस साल अप्रैल से नवंबर के दौरान 0.34 प्रतिशत बढ़कर 4,630.7 लाख टन पर पहुंच गयी। भारतीय बंदरगाह संगठन (आईपीए) ने इसकी जानकारी दी। इन बंदरगाहों ने पिछले साल की समान अवधि में 4,614.8 लाख टन माल की ढुलाई की थी। इन प्रमुख 12 बंदरगाहों में दीनदयाल (पूर्ववर्ती कांडला), मुंबई, जेएनपीटी, मोर्मुगाव, न्यू मेगलुरु, कोच्चि, चेन्नई, कमरजार (पूर्ववर्ती एन्नोर), वी.ओ. चिदंबरनार, विशाखापत्तनम, पारादीप और कोलकाता (हल्दिया समेत) शामिल हैं। आईपीए के आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान लौह अयस्क की ढुलाई 30.24 प्रतिशत बढ़कर 339.5 लाख टन पर पहुंच गयी।
हालांकि बिजली उत्पादन के कोयले की ढुलाई 17.82 प्रतिशत गिरकर 581.7 लाख टन पर आ गयी। कोकिंग कोल एवं अन्य कोयले की ढुलाई 1.95 प्रतिशत बढ़कर 371.7 लाख टन पर पहुंच गयी। तैयार उर्वरकों की ढुलाई 24.08 प्रतिशत बढ़ी जबकि अपरिष्कृत उर्वरक की ढुलाई 3.12 प्रतिशत गिर गयी। इस दौरान कंटेनरों की ढुलाई 3.36 प्रतिशत बढ़ी। आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान दीनदयाल बंदरगाह ने सर्वाधिक 822 लाख टन की ढुलाई की। इसके बाद पारादीप ने 732.5 लाख टन, विशाखापत्तनम ने 470.5 लाख टन, जेएनपीटी ने 449.3 लाख टन, कोलकाता ने 412.5 लाख टन, मुंबई ने 408.8 लाख टन, चेन्नई ने 321.4 लाख टन तथा न्यू मेंगलुरु ने 241.7 लाख टन माल की ढुलाई की।ये 12 प्रमुख बंदरगाह देश के कुल कार्गो का 60 प्रतिशत ढोते हैं।
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