राँची: मौलाना आजाद ह्यूमेन इनिशिएटिव (माही)* के प्रतिनिधियों ने हिंदपीड़ी स्थित मिल्लत एकेडमी के विद्यार्थियों को उनकी भागीदारी और उत्कृष्टता के लिए पुरष्कृत किया। उन्होंने स्कूल के निदेशक व प्रिंसिपल को स्कूल पार्टिसिपेशन अवार्ड, स्मृति फोटो और विविध कार्यक्रमों में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र और पदक प्रदान किए। माही ने इस अवसर पर छात्रों की सृजनात्मकता और लगन की सराहना की और शैक्षिक एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा दिए जाने की बात कही।
ज्ञात हो माही द्वारा मौलाना आज़ाद की जयंती पर हज हाउस में आयोजित “शैक्षिक और सांस्कृतिक मेला-2023” में 30 स्कूलों के लगभग 550 छात्रों ने भाग लिया था।
सामाजिक कारकुन जुनैद अनवर ने बताया कि आज के बच्चे भविष्य के रौशन चिराग हैं और माही उन्हें उचित मार्गदर्शन और प्रोत्साहन देकर उनके सपनों को हकीकत में बदलने का प्रयास कर रहा है। ये बच्चे न केवल अपने भविष्य का, बल्कि समाज का भी सृजनात्मक विकास कर सकते हैं।
श्री ओम प्रकाश* के अनुसार, शिक्षा ही अनुकूल विकास का साधन है जिसे माही ने वरीयता दी है ये अतुलनीय व अनुकरणीय है। शिक्षा को ही समाज के विकास का महत्वपूर्ण साधन माना जाना चाहिए, जो उसे केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं रखता, बल्कि उसे समाज के परिवर्तन और सशक्तिकरण का जरिया बनाता है।
गयासुद्दीन मुन्ना* ने कहा कि बच्चों को प्रेरित करने से ही समाज और भविष्य का निर्माण संभव है, और माही इस दिशा में कार्यरत है, जिससे बच्चे अपनी प्रतिभा का सही इस्तेमाल कर सके।
इरफान ओजैर* के अनुसार, शिक्षा और नैतिकता का मिश्रण सामाजिक विषमता का मूल समाधान है। उन्होंने बताया कि नैतिक मूल्यों की कमी के कारण समाज में विवाद और असंतोष बढ़ रहा है, और माही का प्रयास इस दिशा में महत्वपूर्ण है।
मंच का संचालन माही के प्रवक्ता मुस्तक़ीम आलम और धन्यवाद ज्ञापन सरवर इमाम खान ने किया। इस अवसर पर मिल्लत एकेडमी के निदेशक जनाब अशरफ हुसैन, फ़ारुकी तंजीम के संपादक ग़ुलाम शाहिद, गुड मॉर्निंग राँची के अशफ़ाक सन्नी,डॉ मेराज हसन,सरफ़राज़ अहमद सफ्फु, खालिद सैफुल्लाह,हाजी नवाब,फ़ारूक़ इंजीनियर,नूर हसन लाल, सहित स्कूल के शिक्षक-शिक्षिका और छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।
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