भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय में संकल्प और धूमधाम से मनाया गया सीपीआई 100 वा स्थापना दिवस ।

2025 सीपीआई के लिए संगठन एवं संघर्ष का वर्ष होगा:महेंद्र पाठक। सौ वर्षों का गरिमामय संघर्ष का इतिहास रहा है सड़क से सदन तक लाल झंडा ने लगातार संघर्ष और कार्यकर्ताओं की कुर्बानियां देकर भी जनता के लिए आवाज बने रहे *।अजय सिंह

Ranchi: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य कार्यालय में पार्टी के 100 वर्ष पूरे होने पर पूरे उल्लास के साथ उत्सव पर्व के रूप में में मनाया मनाया गया,। स्थापना दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला सचिव अजय कुमार सिंह ने किया।, स्थापना दिवस कार्यक्रम समारोह में मुख्य रूप से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक, एटक के प्रदेश सचिव अशोक यादव, लोक सहकार महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंते जैनेंद्र तथागत राज्य कार्यकारिणी के सदस्य ए के रशीदी किसान सभा के महासचिव पुष्कर महतो रांची के प्रतिष्ठित डॉक्टर आरपी चौधरी शहित कई लोग मौजूद थे,
सर्वप्रथम झंडो तोलन एवं शहीद बेदी पर पुष्पांजलि अर्पित कर 1 मिनट का मौन रहकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने100 साल का लंबा सफर अंग्रेजों के लड़ाई से लेकर सामंती अवशेष आजादी के बाद भी देश को बनाने संवारने किसान मजदूर छात्र नौजवान के हक और अधिकार के लिए लगातार संघर्ष करती रही है। संघर्ष के क्रम में हजारों हजार की संख्या में पार्टी के सदस्यों ने अपनी शहादत देकर लाल झंडे के रंग को और लाल गहरा कर दिया, उन शहीद साथियों की सलामी देते हुए पाठक ने कहा की वर्ष2025 संगठन और संघर्ष का वर्ष रहेगा आने वाले दिन के लिए पार्टी पूरी तैयारी कर रही है। संगठन को मजबूत बनाने देश में मजबूत कम्युनिस्ट पार्टी बनाने की पहल की शुरुआत की गई। लोगों को संबोधित करते हुए आरपी चौधरी ने कहा कि देश के निर्माण में कम्युनिस्टो की अहम भूमिका रही है, उन्होंने 100 साल संघर्ष की गाथा को विस्तृत रूप से लोगों बताया, भंते जैनेंद्र तथागत ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का एक इतिहास रहा है, आज तक कभी भी हालात से समझौता नहीं किया एटक के महासचिव अशोक यादव ने कहा कि हमारा संघर्ष का एक लंबा इतिहास रहा है, देश में सबसे ज्यादा शहादत देने वाली पार्टी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी है। देश के मजदूर की लड़ाई लड़ते हुए अंग्रेजों से भी कई अधिकार प्राप्त किया, लेकिन आज मोदी सरकार मजदूरों की अधिकार को छीन रही है,8 घंटा काम 8 घंटा आराम एवं 8 घंटे मनोरंजन की बातें मनवाई थी लेकिन मोदी सरकार 8 घंटे की जगह 12 घंटे काम करवा रही है।

This post has already been read 600 times!

Sharing this

Related posts