दलित, आदिवासी और ओबीसी छात्रों को नौ महीनों से नहीं मिल रही छात्रवृति : बाबूलाल मरांडी

रांची। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने रविवार को सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर कहा है कि
झारखंड में 34 लाख दलित, आदिवासी और ओबीसी छात्रों को छात्रवृत्ति पिछले नौ महीनों से नहीं मिल रही है, जिससे उनकी पढ़ाई पर संकट मंडरा रहा है।
मरांडी ने कहा है कि ग्रीन राशनकार्ड धारकों का अनाज सात महीने से बकाया है, जिससे गरीब परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच रहे हैं। उन्होंने राज्य सरकार मंईयां सम्मान योजना के भुगतान के लिए बच्चों की छात्रवृत्ति, बुजुर्गों की पेंशन और गरीबों के राशन जैसी बुनियादी सुविधाओं को छीनने पर मजबूर हो गई है। विभागों की राशि सरेंडर करा कर विकास योजनाओं को रोक दिया गया है, जिससे राज्य में विकास की गति पूरी तरह ठहर गई है।
मरांडी ने कहा कि यह मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आर्थिक कुप्रबंधन और प्रशासनिक विफलता का प्रमाण है, जो झारखंड के भविष्य पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। समाज के एक वर्ग को संतुष्ट करने के लिए बाकी सारे वर्ग के अधिकारों की बलि चढ़ा देना कतई उचित नहीं है। मुख्यमंत्री, बच्चों की छात्रवृत्ति और गरीबों के राशन का ससमय भुगतान सुनिश्चित करें।
मरांडी ने सुप्रसिद्ध समाजसेवी, महावीर मंदिर न्यास पटना के सचिव और पूर्व आईपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा है कि कुणाल के निधन की सूचना से मन अत्यंत व्यथित है। उनका निधन समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें एवं शोकाकुल परिजनों को यह अपार दुख सहन करने की शक्ति दें।

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