तसर संस्‍थान में राष्‍ट्रीय तसर रेशम कृषि मेला सह संस्‍थान के 61वें स्‍थापना दिवस समारोह का अयोजन।

केंद्रीय वस्त्र मंत्री श्री गिरिराज सिंह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए

रांची: आज 19 जून 2025 को भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय अंतर्गत केंद्रीय रेशम बोर्ड के विभाग केन्‍द्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्‍थान, नगड़ी, राँची में राष्‍ट्रीय तसर रेशम कृषि मेला सह इस संस्‍थान के 61वें स्‍थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में माननीय वस्‍त्र मंत्री, भारत सरकार श्री गिरिराज सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
इस अवसर पर श्री पी.शिवकुमार, भा.व.से., सदस्‍य सचिव, केन्‍द्रीय रेशम बोर्ड, बेंगलूर; डॉ.अजीत कुमार सिन्‍हा, कुलपति, राँची विश्‍वविद्यालय; श्री परितोष उपाध्‍याय, भा.व.से., पीसीसीएफ वन्‍य जीव एवं मुख्‍य वन्‍य जीव वार्डन, झारखण्‍ड; डॉ.नरेश बाबू, भा.व.से., संयुक्‍त सचिव (तकनीकी)/सीईओ, एसएमओआई, बेंगलूर एवं श्री गौतम कुमार, महाप्रबन्‍धक, नाबार्ड, राँची जैसे वरिष्ठ पदाधिकारीगण भी विशिष्‍ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
भव्य स्थापना दिवस कार्यक्रम के प्रारम्‍भ में संस्‍थान के निदेशक डॉ.एन.बी.चौधरी द्वारा मुख्‍य अतिथि माननीय वस्‍त्र मंत्री, भारत सरकार श्री गिरिराज सिंह एवं अन्‍य विशिष्‍ट अतिथियों का स्मृति चिह्न और अंगवस्त्र से स्वागत किया गया। तदोपरांत कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्‍य अतिथि माननीय वस्‍त्र मंत्री, भारत सरकार श्री गिरिराज सिंह एवं आमंत्रित विशिष्‍ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
क्रमवार संबोधन करते हुए सभी विशिष्ट अतिथियों द्वारा तसर उद्योग के विकास एवं गति तथा इसमें तसर संस्था रांची के योगदान एवं सहभागिता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया।
मुख्‍य अतिथि ने अपने सम्‍बोधन में कहा कि जब से श्री पी. शिवकुमार, केन्‍द्रीय रेशम बोर्ड के सदस्‍य सचिव बने हैं तब से पूरे केन्‍द्रीय रेशम बोर्ड में रेशम उत्‍पादन में बढोत्तरी हुई है । उन्‍होंने नाबार्ड के महाप्रबन्‍धक श्री गौतम कुमार से झारखण्‍ड में तसर रेशम कीटपालन करने वाले गरीब एवं आदिवासी किसान को आर्थिक मदद करने के लिए अनुरोध किया।
मंत्री महोदय ने कहा कि भारत विश्‍व का एकमात्र देश है जहाँ रेशम की चारों प्रजातियाँ- शहतूत, तसर, मूगा एवं रेशम का उत्‍पादन होता है । उन्‍होंने केन्‍द्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्‍थान, राँची के निदेशक डॉ.एन.बी.चौधरी से अनुरोध किया कि प्रक्षेत्र में तसर रेशम कीटपालन के साथ-साथ उप-उत्‍पाद को भी बढ़ावा दें ताकि इससे किसानों की आय में और बढ़ोत्तरी हो सके।
वस्त्र मंत्री ने यह भी कहा कि तसर रेशम कीट का गृह कीटपालन भी किया जाए और जहाँ कीटपालन किया जाए वहाँ पर एक सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए जिससे कीड़े की गतिविधि को रिकार्ड किया जा सके। अगर यह सफल होता है तो गृह कीटपालन से अधिक-से-अधिक तसर कीटपालक लाभान्वित होंगे ।

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