Ranchi: दिन रविवार को डीएवी पब्लिक स्कूल हेहल,राँची के विद्यार्थियों और शिक्षकों ने आर्य समाज, राँची के 130वें वार्षिकोत्सव एवं स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस समारोह में भाग लिया। इस विशेष आयोजन में बच्चों ने स्वामी श्रद्धानंद जी के जीवन पर आधारित एक गीत और लघुनाटिका प्रस्तुत कर सभी उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर आचार्य योगेश शास्त्री, कोलकाता ने ‘धर्म और संस्कृति’ विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने समाज में धर्म के महत्व और वेदों के अनुसार जीवन जीने की प्रेरणा दी। उनके संबोधन ने सभी को जीवन के सकारात्मक मूल्यों और आदर्शों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
विद्यालय के प्राचार्य श्री एस.के.मिश्रा ने अपने संदेश में स्वामी दयानंद सरस्वती के योगदान को याद करते हुए कहा,”स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने 150 वर्ष पहले मुंबई में आर्य समाज की स्थापना करके एक ऐतिहासिक कार्य किया। आर्य समाज न तो कोई मत है और न ही कोई पंथ,बल्कि यह एक समाज सुधार आंदोलन है, जो धर्म,संस्कृति और मानवता के उत्थान के लिए समर्पित है।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों को दर्शकों ने खूब सराहा और शिक्षकों ने इस आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। यह आयोजन न केवल बच्चों के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विकास में सहायक रहा, बल्कि सभी को स्वामी श्रद्धानंद जी और स्वामी दयानंद सरस्वती के विचारों से प्रेरित होने का अवसर प्रदान किया।
इस अवसर पर समाज सेविका सुशीला गुप्ता, एस एल गुप्ता,प्रेम प्रकाश आर्य,वरुण बिहारी, आर्य समाज राँची के प्रधान राजेन्द्र आर्य,मंत्री अजय आर्य,मुक्ति सरकार,रेणु कुमारी,आदि उपस्थित थे।
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