चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराया। न्यूजीलैंड ने 251/7 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में भारत ने 49 ओवर में 254/6 बनाकर ट्रॉफी जीत ली।
भारत ने दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। इस शानदार जीत के साथ भारत ने तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी जीती।
पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड ने 50 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 251 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम ने 49वें ओवर की आखिरी गेंद पर लक्ष्य हासिल कर लिया। कप्तान रोहित शर्मा की 76 रनों की पारी जीत में अहम साबित हुई, जबकि केएल राहुल ने 34 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई। रोहित शर्मा को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया। पूरे टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी प्रदर्शन के लिए न्यूजीलैंड के रिचन रविंद्र को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। उल्लेखनीय है कि रिचन रविन्द्र ने सर्वाधिक 263 रन बनाए।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी कीवी टीम की शुरुआत अच्छी रही। सलामी बल्लेबाज रिचन रविन्द्र और विल यंग ने 7.5 ओवर में 57 रन जोड़े। हालाँकि, इस साझेदारी के बाद भारतीय गेंदबाजों ने मैच पर नियंत्रण कर लिया। वरुण चक्रवर्ती ने 15 रन बनाने वाले विल यंग को एलबीडब्ल्यू आउट करके भारत को पहली जीत दिलाई। स्पिनर कुलदीप यादव ने इसके बाद रिचा रविंद्र (37) और अनुभवी कप्तान केन विलियमसन (11) को आउट कर न्यूजीलैंड को संकट में डाल दिया।
इसके बाद डेरिल मिशेल और टॉम लेथम ने चौथे विकेट के लिए 33 रन जोड़े, लेकिन रवींद्र जडेजा ने लेथम को 14 रन पर एलबीडब्ल्यू आउट कर इस साझेदारी का अंत कर दिया।
कीवी मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने कुछ प्रतिरोध दिखाया, विशेषकर डेरिल मिशेल और ग्लेन फिलिप्स ने, जिन्होंने पांचवें विकेट के लिए 57 रनों की साझेदारी की। हालांकि, फिलिप्स (34) को वरुण चक्रवर्ती ने बोल्ड कर दिया। डेरिल मिशेल ने जिम्मेदारी भरी पारी खेली और 91 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। वह 63 रन बनाकर मोहम्मद समी की गेंद पर कैच आउट हो गए।
अंत में माइकल ब्रेसवेल ने आक्रामक बल्लेबाजी दिखाते हुए 40 गेंदों पर 53 रनों की नाबाद पारी खेली। उनकी पारी में 3 चौके और 2 छक्के शामिल थे। उनकी बदौलत न्यूजीलैंड 251/7 का उचित लक्ष्य रखने में सफल रहा। भारत के लिए कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती ने 2-2 विकेट लिए, जबकि मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा ने 1-1 विकेट लिया।
भारतीय टीम ने आत्मविश्वास के साथ लक्ष्य का पीछा किया। कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने 105 रनों की शानदार साझेदारी की। रोहित शर्मा काफी आक्रामक मूड में दिखे और उन्होंने सिर्फ 41 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया।
शुभमन गिल (31) अपेक्षाकृत धीमी गति से गेंदबाजी करते हुए मिशेल सेंटनर की गेंद पर कैच आउट हो गए। भारत ने इसके बाद विराट कोहली (1) का विकेट जल्दी गंवा दिया जिन्हें माइकल ब्रेसवेल ने एलबीडब्ल्यू आउट किया।
कप्तान रोहित शर्मा ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 76 रन बनाए। हालांकि, रिचान रविंद्र की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में वह स्टंप आउट हो गए। उस समय भारत का स्कोर 122/3 था।
इसके बाद श्रेयस अय्यर और अक्षर पटेल ने चौथे विकेट के लिए 61 रन की साझेदारी की। अय्यर अपना अर्धशतक पूरा नहीं कर सके और 62 गेंदों पर 48 रन बनाकर मिशेल सेंटनर की गेंद पर कैच आउट हो गए। अक्षर पटेल (29) भी जल्दी आउट हो गए, जिससे भारतीय टीम कुछ दबाव में आ गई।
भारतीय टीम ने 203/5 के स्कोर पर श्रेयस अय्यर का विकेट गंवा दिया, लेकिन केएल राहुल ने 34 रनों की शानदार पारी खेलकर टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया। भारत को आखिरी ओवर में जीत के लिए 5 रन चाहिए थे, जिसे रवींद्र जडेजा (9*) और हार्दिक पांड्या (18) ने आसानी से हासिल कर लिया।
यह भारत की चैम्पियंस ट्रॉफी में तीसरी जीत थी। भारत ने इससे पहले 2002 में श्रीलंका के साथ संयुक्त रूप से तथा 2013 में एमएस धोनी के नेतृत्व में यह सम्मान जीता था। अब रोहित शर्मा की अगुवाई में भारत ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल कर इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है।
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