आदिवासी जमीन बचाओ अभियान के तहत की गई आवश्यक बैठक,30 अगस्त को रांची उपायुक्त कार्यालय घेराव करने का लिया गया निर्णय

ओरमांझी: सोमवार को करम टोली चौक स्थित केंद्रीय धूमकुड़िया में आदिवासी जमीन बचाओ अभियान के तहत विभिन्न आदिवासी संगठन-आदिवासी महासभा,केंद्रीय सरना समिति रांची,आदिवासी लोहरा समाज, झारखंड प्रदेश आदिवासी सरना पड़हा समाज, मुन्ना पतरा, चकला ओरमांझी रांची, झारखंड आदिवासी संयुक्त मोर्चा, जमीन बचाओ संघर्ष समिति,चामा की बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की के द्वारा किया गया। बैठक में विभिन्न आदिवासी संगठनों ने संयुक्त रूप से आदिवासी जमीन लूट के खिलाफ 30 अगस्त 2024 को रांची उपायुक्त के कार्यालय का घेराव करने का निर्णय लिया गया, इसके लिए विभिन्न समितियां के द्वारा जमीन लूट के खिलाफ जनजागरण अभियान चलाया जाएगा, उपायुक्त कार्यालय के घेराव के पूर्व विभिन्न आदिवासी संगठनों का एक प्रतिनिधि मंडल उपायुक्त से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपेगा। इस बैठक में वक्ताओं ने कहा कि आदिवासी खतियान को गैर आदिवासी बनाकर अवैध रूप से खरीद बिक्री किया जा रहा है साथ ही सादा पट्टा के बल पर आदिवासियों के जमीन को लूटा जा रहा है, एसएआर कोर्ट के द्वारा गलत कम्पन्सेशन कर आदिवासियों की जमीन को गैर आदिवासियों को दिया जा रहा है, एनआईसी के द्वारा ऑनलाइन में गड़बड़ी किया जा रहा है, आदिवासियों के 5000 से अधिक दखल देहनी के मामले लंबित है जिस पर दखल नहीं दिलाया जा रहा है लोहरा आदिवासियों के खतियानी लोहार जमीन को गैर आदिवासी जमीन बनाकर खरीद बिक्री पर रोक लगाना इत्यादि इन सभी मुद्दों को लेकर 30 अगस्त 2024 को उपायुक्त रांची के कार्यालय को घेराव किया जाएगा।इस बैठक में मुख्य रूप से आदिवासी महासभा के संयोजक देव कुमार धान, झारखंड प्रदेश आदिवासी सरना पड़हा समाज मुन्ना पतरा चकला ओरमांझी रांची के मुख्य संरक्षक रमेश उरांव, फूलचंद तिर्की, प्रोफेसर प्रेमनाथ मुंडा, बलकु उरांव,अभय भुटकुँवर, कृष्ण लकड़ा, परनु उरांव, सूरज उरांव, निर्मल पहान, सुशील कुजूर, प्रवीण तिर्की, पिंकी देवी, सुकरो कुमारी,बैजनाथ लोहरा, प्रीतम लोहरा, मुन्ना उरांव इत्यादि मुख्य रूप से शामिल थे।

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