अशांति से विकास का मार्ग अवरुद्ध होता है : विवेक प्रधान
Ranchi : श्री अग्रसेन स्कूल भुरकुंडा में गुरुवार को विश्व शांति दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम उद्घाटन शिक्षकों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य विवेक प्रधान ने की। इस अवसर पर विश्व शांति दिवस को मनाने के पीछे के उद्देश्य पर चर्चा की गई।
प्राचार्य श्री प्रधान ने कहा कि शांति प्रत्येक मनुष्य की मूल आवश्यकता है। मनुष्य को अपने जीवन में इसे अपनाना चाहिए। जब लोगों के हृदय में शांति होगी, तभी इस संसार में शांति स्थापित हो पाएगी। शांति के बिना कोई भी कार्य सुचारू रूप से हो पाना संभव नहीं।इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि समाज में लोगों के बीच शांति स्थापित करने का प्रयास करें और शांति के प्रति लोगों को जागरूक करें।
उन्होंने कहा कि हमारा समाज सदियों से रंगभेद, जाति, संप्रदाय, भाषा, धर्म, क्षेत्रवाद से जकड़ा हुआ है। जिसके कारण परिवार, राज्य, देश और विदेश स्तर पर मतभेद और वैमनस्यता उत्पन्न होने से अशांति फैलती है। इससे सबका विकास अवरुद्ध होता है।
साधना सिन्हा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी देशों के बीच शांति-व्यवस्था कायम करने और झगड़ों पर विराम लगाने के दृष्टिकोण से प्रत्येक वर्ष 21 सितंबर को शांति दिवस मनाया जाता है। संपूर्ण संसार के सामने कई ऐसी समस्याएं हैं, जिसे शांति से हल नहीं किया गया तो विनाश निश्चित है। हर स्तर पर शांति की स्थापना से ही उन्नत, सभ्य और स्वच्छ समाज का निर्माण हो सकता है। कार्यक्रम में विजय राणा, नदीम अहमद, अंकित विश्वकर्मा, अरविंद दुबे, एचके सिंह, बसंत कुमार, नीलू श्रीवास्तव, प्रोन्नति मुखर्जी, उषा कुमारी, ज्योति कुमारी समेत अन्य शिक्षक उपस्थित थे।
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