रांची।डॉ. श्रीकांत पाल जो एक महान वैज्ञानिक हैं। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पोस्ट डॉक्टर डिग्री ली है, 6 साल के प्रोजेक्ट को मात्रा उनहोन दो साल में पूरा किया और उन्हें आईआईटी रूड़की की नौकरी छोड़ कर विज्ञान के क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय स्तर की खोज की, विश्व का सबसे बड़ा और विश्व का तीसरा सबसे बड़ा टेलीस्कोप बनाया उन्हें संसार का सबसे छोटा अंटिना का भी निर्माण किया। डॉ पाल जी को विदेशो में पहचान मिली और विश्व स्तर वैज्ञानिक की श्रेनी में स्थान दिया गया। लोक सेवा समिति ऐसे प्रतिभावान व्यक्तित्वों को ढूंढकर निकालती है और उन्हें सम्मान और पहचानने और देती है। उनके झारखंड,रांची, बीआईटी, मेसरा स्थित आवास में जाकर लोक सेवा समिति के अध्यक्ष एवीएन सदसियों ने अजीवन सद्स्यता प्रमाण पत्र और शॉल उड़ा कर सम्मानित किया! लोक सेवा समिति चाहती है कि ऐसे महान वैज्ञानिकों का प्रयोग राज्य देश हित में नई पीढ़ी के लिए किया जाए और झारखंड सरकार झारखंड में अनुसंधान केंद्र की स्थापना करे, जिसे देश एवम राज्य के युवा प्रतिभा प्रशिक्षण वा खोज कटनी मे मदद मिले, जबकी दूसरी काई राज्य मे इसकी स्थापना की गई है।ऐसे वैज्ञानिक सहयोग से नई पीढ़ी को आगे ले जाने एवीएन विश्व को उनके निर्माण की प्रतिभा का लोहा मनने का अवसर प्राप्त होगा। मोहम्मद नौशाद खान अध्यक्ष लोक सेवा समिति एवं केंद्रीय सदस्य डॉ सीमा प्रसाद , एस कुमार और श्रीमती डा. जे.पाल शामिल थी।
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